भारत में घुसपैठ करते नदिया में पांच बांग्लादेशी पकड़े गए, BSF ने बीजीबी को सौंपा
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अवैध तरीके से भारत में घुसपैठ करते हुए पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। पूछताछ में उनमें से एक ने कहा कि वह इलाज के लिए भारत आ रहे थे।पांचों को मानवीय आधार पर सद्भावना स्वरूप बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया गया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के नदिया जिले के झोरपाड़ा सीमा चौकी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पांच बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीके से भारत में घुसपैठ करते हुए पकड़ा है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया कि एक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए बीएसएफ की आठवीं बटालियन के जवानों ने पड़ोसी देश के बागेरहाट, नरायल और यशोर जिले के रहने वाले पांचों नागरिकों को शुक्रवार मध्यरात्रि में अवैध तरीके से सीमा पार करते हुए पकड़ा। पूछताछ में उनमें से एक ने कहा कि वह इलाज के लिए भारत आ रहे थे जबकि अन्य चार ने दावा किया कि वे कोलकाता और मुंबई जैसे शहरों में मजदूर या घरेलू कामगार के तौर पर काम ढूंढने के लिए वे आए हैं।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि जांच के बाद पांचों को अगले दिन मानवीय आधार पर सद्भावना स्वरूप बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि पांचों के खिलाफ पहले सीमा पार करने या अन्य किसी तरह का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। इसको देखते हुए उन्हें वापस बीजीबी को सौंपने का निर्णय लिया गया।
सीमा पार कराने के लिए दलाल को दिया था मोटी रकम
पकड़े गए बांग्लादेशियों के नाम मनोहर विश्वास (60), नीवा विश्वास (59), तोतुल मुल्ला (35), मुजेबूर मुल्ला (68) व सेफिया बेगम (45) है। पूछताछ में मनोहर विश्वास ने बताया कि नीवा विश्वास उसकी पत्नी है और वे लोग अपने बेटे से मिलने भारत आ रहे थे, जो कि हुगली में एक मोबाइल की दुकान पर काम करता है। उनका बेटा सात साल पहले भारत आया था। आगे उन्होंने खुलासा किया सीमा पार कराने के लिए उन्होंने फरमान नामके बांग्लादेशी दलाल को 14,000 बांग्लादेशी टका दिया है।
बीमारी के इलाज के लिए आ रहा था भारत
वहीं, मुजेबूर मुल्ला ने बताया कि वह और सेफिया पति-पत्नी हैं और उनका बेटा मिथुन उत्तर 24 परगना में रहता है। वह अपने दिल की बीमारी के इलाज के लिए भारत आ रहा था। उन्होंने जाकिर नाम के बांग्लादेशी दलाल को सीमा पार करने के लिए 13,000 टका दिया है। तोतुल मुल्ला ने बताया कि उसकी पत्नी नवी मुंबई में काम करती है और वह भी उसके साथ वहीं रहने के लिए जा रहा था। उसने भी अनजान बांग्लादेशी दलाल को सीमा पार जाने के लिए 7,000 टका दिया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार पर बरामद किए गए सामान के साथ बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंप दिया गया।
घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ उठा रही कड़े कदम कमांडेंट
इधर, आठवीं वाहिनी, बीएसएफ के कमांडेंट बी. मादुसूदन राव ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे घुसपैठियों को काफी मुश्किल का अनुभव हो रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं। उन्हें कानून के मुताबिक सजाए हो रही है। साथ ही बांग्लादेशी नागरिकों को उनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार और दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के आपसी सद्भावना के चलते उन्हें बीजीबी को सौंपा जा रहा है।