मुकुल राय को विधायक से अयोग्य करार देने की अर्जी पर विस में हुई सुनवाई, हाई कोर्ट भी जाएगी भाजपा
भाजपा विधायकों की शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष हुई सुनवाई विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भाजपा विधायकों की ओर से की गई शिकायत पर सुनवाई की। इस मामले में अब 30 जुलाई को होगी अगली सुनवाई। इस दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद रहे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हुए वरिष्ठ नेता मुकुल राय की मुश्किलें बढ़ सकती है। मुकुल को भाजपा विधायक के रूप में अयोग्य करार देने के लिए विधानसभा स्पीकर (अध्यक्ष) के समक्ष दायर की गई शिकायत पर शुक्रवार को पहली सुनवाई पूरी हुई। बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भाजपा विधायकों की ओर से की गई शिकायत पर सुनवाई की।इस दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद रहे।इस मामले की अगली सुनवाई अब 30 जुलाई को होगी।
दूसरी ओर, मुकुल को अयोग्य घोषित करने के लिए भाजपा कलकत्ता हाई कोर्ट का भी दरवाजा खटखटागी। भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। सुवेंदु ने कहा कि मुकुल ने दल बदल कानून का उल्लंघन किया है। हम राज्य में दल बदल विरोधी कानून लागू करने की मांग को लेकर हाई कोर्ट का रुख करेंगे। साथ ही यह भी मांग करेंगे कि मुकुल के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष सुनवाई जल्द से जल्द पूरी की जाए। वहीं, सुवेंदु के इस बयान पर पलटवार करते हुए मुकुल ने कहा है कि उन्हें जहां जाना है जा सकते हैं। सुवेंदु ने साथ ही कहा कि वह जल्द ही इस मुद्दे पर राष्ट्रपति व लोकसभा अध्यक्ष से भी शिकायत करेंगे।
राज्यपाल से भी भाजपा ने की थी शिकायत
गौरतलब है कि भाजपा छोड़ने के बावजूद मुकुल ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। वहीं, भाजपा के विरोध के बावजूद हाल में मुकुल को विधानसभा की लोक लेखा समिति (पीएससी) का भी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। इसके खिलाफ प्रतिपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी की अगुवाई में भाजपा विधायकों ने मंगलवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात कर शिकायत की थी और मुकुल की नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हस्तक्षेप का अनुरोध किया था।
यही नहीं, मुकुल को पीएसी अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ भाजपा विधायकों ने हाल में विधानसभा की सभी आठ कमेटियों से भी इस्तीफा दे दिया है।सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए मुकुल राय तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद भाजपा के सदस्य नहीं रह गए हैं और उन्हें पीएसी अध्यक्ष बनाया जाना तय नियमों का उल्लंघन है, क्योंकि इस पद पर विपक्षी दल के किसी नेता को नियुक्त किया जाता है।