Move to Jagran APP

West Bengal :बंगाल के बिजली मंत्री के घर आया तीन से चार गुना ज्यादा बिजली का बिल

बंगाल के बिजली मंत्री के घर आया तीन से चार गुना ज्यादा बिजली का बिल शोभनदेव ने कहा-रोज मिल रहीं शिकायतें बिजली उपभोक्ताओं की समस्याएं दूर करने की करेंगे कोशिश।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 01:04 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 01:10 PM (IST)
West Bengal :बंगाल के बिजली मंत्री के घर आया तीन से चार गुना ज्यादा बिजली का बिल
West Bengal :बंगाल के बिजली मंत्री के घर आया तीन से चार गुना ज्यादा बिजली का बिल

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। आम लोगों के बाद अब खुद बंगाल के बिजली मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय के घर तीन से चार गुना ज्यादा बिजली का बिल आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्री के घर का बिजली का बिल हर महीने तीन से चार हजार रुपये तक रहता है, जो इस बार बेतहाशा बढ़कर 12 हजार रुपये आया है।

loksabha election banner

शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि उन्हें रोज इसे लेकर शिकायतें मिल रही हैं। जो भी बिजली उपभोक्ता समस्या में हैं, वे उन्हें सूचित करें। वे इस समस्या का समाधान करने की कोशिश करेंगे। बिजली उपभोक्ताओं के एक वर्ग का कहना है कि हाल में आए सुपर साइक्लोन 'एम्फन' से सीइएससी की बिजली आपूर्ति संबंधी आधारभूत संरचना को भारी नुकसान पहुंचा था। इसकी भरपाई वह बिजली का बिल बढ़ाकर करने की कोशिश कर रही है।

मंत्री ने इस बारे में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि सीइएससी जैसी पुरानी संस्था अपने नुकसान की भरपाई के लिए इस तरह का कोई हथकंडा अपनाएगी। गौरतलब है कि जिनका 800 रुपये का बिल आया करता था, उनका इस बार 8,000 का बिल आया है।

एक उपभोक्ता का तो 1,94,000 रुपये का अप्रत्याशित बिल आया है। उपभोक्ता इसे लेकर सवाल उठा रहे हैं।।इसे लेकर लोगों ने तारातला स्थित सीइएससी कार्यालय के सामने विरोध जताया था। सभी का एक ही सवाल है कि इतना लंबा-चौड़ा बिल कैसे हो गया? दूसरी तरब सीइएससी के साउथ वेस्ट रीजन के डीजीएम जयदीप गुहा ने कहा-' मार्च से लॉकडाउन है, जिसके कारण बिजली मीटर की रीडिंग नहीं हो पाई। मई तक पिछले छह महीने का औसत मीटर रीडिंग देखकर बिल भेजा जा रहा है। जून से मीटर की रीडिंग हो रही है।

देखा गया कि औसत से ज्यादा बिजली का उपयोग हुआ है। लॉकडाउन में सभी घर में थे इसलिए बिजली की खपत ज्यादा हुई। लोगों को बिजली बिल का भुगतान करने में समस्या होने पर वे किस्तों में इसका भुगतान कर सकते हैं।' 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.