Political Violence In Kolkata: कोलकाता में क्यों हो रहीं सियासी हिंसा की इतनी घटनाएं, चुनाव आयोग का पुलिस आयुक्त से सवाल
Political Violence In Kolkata मुख्य चुनाव आयुक्त ने बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर नाराजगी जताते हुए ज्ञानवंत सिंह की भी जमकर क्लास ली थी। उन्होंने कहा था कि मतदान के समय किसी भी अधिकारी की जिम्मेदारी के निर्वहन में लापरवाही पाए जाने पर निलंबित किया जा सकता है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Political Violence In Kolkata: बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ज्ञानवंत सिंह के बाद शुक्रवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा को भी चुनाव आयोग के कड़े सवालों से गुजरना पड़ा। आयोग की पूर्ण पीठ ने शुक्रवार सुबह बुलाई गई बैठक में पुलिस आयुक्त से पूछा कि सूबे की राजधानी होने के बावजूद कोलकाता में सियासी हिंसा की इतनी घटनाएं क्यों हो रही हैं? कोलकाता में इतनी घटनाएं होने पर सूबे के अन्य हिस्सों का क्या हाल होगा? पुलिस आयुक्त से यह भी पूछा गया कि गैर-जमानती धाराओं में मामले दर्ज होने पर भी आरोपितों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है? कोलकाता में शांति बहाली के लिए पर्याप्त कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे हैं?
आयोग ने पुलिस आयुक्त से कहा कि लोग भय-मुक्त होकर मतदान कर सकें, ऐसा माहौल तैयार करना होगा। गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने गुरुवार को बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति पर नाराजगी जताते हुए ज्ञानवंत सिंह की भी जमकर क्लास ली थी। उन्होंने कड़े शब्दों में यह तक कहा था कि मतदान के समय किसी भी अधिकारी की जिम्मेदारी के निर्वहन में लापरवाही पाए जाने अथवा उसके पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने पर सिर्फ बदली नहीं की जाएगी बल्कि निलंबित तक किया जा सकता है। अरोड़ा ने आगे कहा था कि निर्देशों का पालन नहीं होने पर आयोग को पता है कि उसे क्या करना है। बैठक में राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय, गृह सचिव एचके द्विवेदी और राज्य पुलिस के महानिदेशक वीरेंद्र भी मौजूद थे। आयोग की टीम ने उनके साथ बंगाल में कानून व्ंयवस्था की स्थिति और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की।