ईडी ने दो आइपीएस अफसरों से रोजवैली चिटफंड से जुड़े तथ्य मांगे
rose valley chit fund. ईडी ने कोलकाता के दो आइपीएस अधिकारियों से रोजवैली घोटाले से जुड़े तथ्य मांगे गए हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। सारधा घोटाले में कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ को लेकर हुए पुलिस बनाम सीबीआइ विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक ओर जहां सीबीआइ ने कार्रवाई में तेजी लाई है, वहीं अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो उठा है। कोलकाता के दो आइपीएस अधिकारियों से रोजवैली घोटाले से जुड़े तथ्य मांगे गए हैं। इस बाबत ईडी ने एक पत्र राज्य के गृह सचिव को भी भेजा है।
रोजवैली चिटफंड घोटाले की जांच सीबीआइ के साथ ही ईडी भी कर रही है। चिटफंड घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद जांच के लिए गठित एसआइटी (विशेष जांच दल)के साथ ही एसटीएफ(स्पेशल टास्क फोर्स) ने भी मेंगों लेन स्थित रोजवैली की एक संस्था में तलाशी अभियान चलाया था। आरोप है कि उक्त संस्था के मार्फत 15 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था। इसके बाद चिटफंड घोटाले की जांच ईडी को मिलने पर रोजवैली के मुखिया गौतम कुंडू की पत्नी सुभ्रा घोष से पूछताछ की गई थी, जिसमें उन्होंने कई तथ्यों का पर्दाफाश किया था। अब ईडी सुभ्रा और पुलिस के तथ्यों का मिलान करना चाहती है।
यही वजह है कि ईडी ने डीसी (एसटीएफ) मुरलीधर शर्मा और डीसी (साउथ ईस्ट डिविजन) कल्याण मुखर्जी को रोजवैली घोटाले के जुड़े तथ्यों को सौंपने के लिए कहा है। सूत्रों की मानंे तो डीसी मुरलीधर से मेंगों लेन स्थित रोजवैली के संस्थान से जुड़े तथ्य तलब किए गए हैं। उधर, सात अगस्त, 2017 को बालीगंज स्थित रोजवैली के एक होटल में तोड़फोड़ की गई थी। इस मामले की जांच में जुटी ईडी को मंत्री साधन पांडे की पुत्री श्रेया पांडे से पूछताछ में होटल से संबंधित कई अहम तथ्य हाथ लगे थे। इसके बाद ईडी ने उसी क्षेत्र के डीसी कल्याण मुखर्जी से उक्त होटल से संबंधित तथ्यों को सौंपने के लिए कहा है।