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आइआइटी खड़गपुर के निदेशक ने कहा- शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिए जेईई, नीट परीक्षाएं कराना जरूरी

आइआइटी खड़गपुर के निदेशक ने कहा- शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिए जेईई नीट परीक्षाएं कराना जरूरी

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 28 Aug 2020 09:26 AM (IST)Updated: Fri, 28 Aug 2020 09:26 AM (IST)
आइआइटी खड़गपुर के निदेशक ने कहा- शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिए जेईई, नीट परीक्षाएं कराना जरूरी
आइआइटी खड़गपुर के निदेशक ने कहा- शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिए जेईई, नीट परीक्षाएं कराना जरूरी

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना महामारी के बावजूद सितंबर में जेईई और नीट परीक्षाएं आयोजित किए जाने को लेकर जताई जा रही चिंता के बीच आइआइटी खड़गपुर के निदेशक वीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल के शीर्ष संस्थानों में नामांकन के लिये इन्हें कराया जाना महत्वपूर्ण है।

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तिवारी ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि इन परीक्षाओं का आयोजन नहीं होने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) और शीर्ष मेडिकल कॉलेजों में नामांकन संभव नहीं होगा। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में छात्रों से अपील की,‘वे इन परीक्षाओं का आयोजन करने वाली संस्थाओं में विश्वास रखें, जो मौजूदा स्थिति में सुरक्षित माहौल में इन्हें कराने के लिए अथक रूप से काम कर रही हैं।’

उन्होंने कहा कि छात्रों की खातिर सामाजिक दूरी और स्वच्छता आदि सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि वे इसे चुनौती के रूप में लें...। जेईई (मेन) और राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) क्रमश: इंजीनियरिंग तथा मेडिकल कॉलेजों में नामांकन के लिये सितंबर के प्रथम पखवाड़े में होने का कार्यक्रम है।

आयोग के परामर्शों पर निजी अस्पताल प्रबंधन करेंगे बात

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल के करीब 16 निजी अस्पतालों ने मरीजों को बिस्तर आवंटित करने के शुल्क तथा दवाओं पर छूट में बदलाव के संबंध में राज्य के क्लीनिकल नियामक आयोग के हाल ही में जारी परामर्शों को लेकर और अधिक स्पष्टता की मांग करने का फैसला किया है। राज्य के निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों का दल पश्चिम बंगाल क्लीनिकल प्रतिस्थापन नियामक आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति असीम कुमार बनर्जी से शुक्रवार को मुलाकात करेगा और हालिया अधिसूचना के संबंध में बातचीत करेगा। अस्पतालों के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ‘एसोसिएशन ऑफ हॉस्पिटल्स ऑफ ईस्टर्न इंडिया’ के बैनर तले बैठक के बाद परामर्श लागू करने के संबंध में फैसला करेगा। निजी अस्पतालों ने इन परामर्शों पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि इससे वित्तीय अड़चनें आने की आशंका है। 


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