तटरक्षक बल के महानिदेशक ने बढ़ती समुद्री चुनौतियों के बीच संचालन व ढांचागत विकास परियोजनाओं की समीक्षा की
कोलकाता के तीन दिवसीय दौरे के दौरान राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी की मुलाकात नटराजन ने यहां कोलकाता स्थित अपने बल के उत्तर- पूर्व क्षेत्रीय मुख्यालय की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान आइसीजी के संचालन और ढांचागत विकास परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) के महानिदेशक कृष्णस्वामी नटराजन ने लगातार बढ़ती समुद्री चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए आगामी बुनियादी ढांचे के विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पहल से अधिकारियों को यहां अवगत कराया। कोलकाता में रक्षा प्रवक्ता ने एक बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नटराजन ने यहां कोलकाता स्थित अपने बल के उत्तर- पूर्व क्षेत्रीय मुख्यालय की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान आइसीजी के संचालन और ढांचागत विकास परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की।
अधिकारी ने कहा, नटराजन ने भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और जवानों को नीतिगत समीक्षा, बुनियादी ढांचे के विकास, तटरक्षक बेड़े में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पहल से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि समुद्री चुनौतियों का मुकाबला करने और नापाक तत्वों के प्रभावी प्रतिरोध के रूप में कार्य करने के लिए, तटरक्षक बल ने पिछले एक दशक के दौरान बुनियादी ढांचे और नए मंचों को शामिल करने के मामले में तेजी से वृद्धि की है।
उन्होंने कहा कि चार उन्नत हल्के हेलीकाप्टर (एएलएच) एमके तीन भी तटरक्षक बल के बेड़े में शामिल किए गए हैं और भुवनेश्वर में स्थित हैं। उन्होंने कहा, समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के मामले में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तटरक्षक बल एक बड़े विस्तार की ओर बढ़ रहा है।
नटराजन ने गुरुवार को बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की और उन्हें विभिन्न परिचालन पहलुओं और विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में आइसीजी की हालिया उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।