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West Bengal: भाजपा में रहने वालों को करना होगा बलिदान: दिलीप घोष

West Bengal प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने ट्विटर पर लिखा कि कुछ लोगों को पार्टियां बदलने की आदत होती है।अगर किसी को भाजपा में रहना है तो उसे बलिदान देना होगा। जो केवल सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं वे भाजपा में नहीं रह सकते। हम उन्हें नहीं रखेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 09:00 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 09:00 PM (IST)
West Bengal: भाजपा में रहने वालों को करना होगा बलिदान: दिलीप घोष
भाजपा में रहने वालों को करना होगा बलिदान: दिलीप घोष। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कई नेता बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद फिर से तृणमूल कांग्रेस में जाने की तैयारी में हैं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को कहा कि जो लोग बिना त्याग किए सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं, उन्हें जाने के लिए कहा जाएगा। घोष ने शुक्रवार को कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के जाने से बहुत फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि कुछ लोगों को पार्टियां बदलने की आदत होती है। उन्होंने बांग्ला भाषा में ट्वीट किया कि अगर किसी को भाजपा में रहना है तो उसे बलिदान देना होगा। जो केवल सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं, वे भाजपा में नहीं रह सकते। हम उन्हें नहीं रखेंगे।

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वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व सांसद अनुपम हाजरा ने कहा कि जो सदस्य इस समय पार्टी के साथ खड़े होने को तैयार नहीं हैं, जब इसके कई कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के हमलों का सामना कर रहे हैं और बेघर हो रहे हैं, वे जाने के लिए स्वतंत्र हैं। चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए राज्य के पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी पर निशाना साधते हुए हाजरा ने कहा कि उनके जैसे नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद उसकी प्रशंसा करनी शुरू कर दी है। पार्टी में उनकी जरूरत नहीं है। रॉय के टीएमसी में फिर से शामिल होने के तुरंत बाद, राजीब बनर्जी ने पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष से मुलाकात की, लेकिन दोनों ने इसे शिष्टाचार भेंट’ बताया। उन्होंने कहा कि दिलीप दा ने सही बात कही। जो लोग केवल सत्ता के लिए चुनाव से पहले भाजपा में आए और अब ममता बनर्जी को एसओएस (त्राहिमाम संदेश) भेजकर वापस लौटने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं, उन्हें तुरंत चले जाना चाहिए। पार्टी को उनकी जरूरत नहीं है।

हाजरा ने पहले कहा था कि चुनावों के दौरान भाजपा की राज्य इकाई में लॉबी की राजनीति चल रही थी और सिर्फ एक या दो नेताओं को जिम्मेदारी दी गई थी, बाकी को अनदेखा किया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा था कि वह अपनी पार्टी का समर्थन करना जारी रखेंगे। रॉय को "ट्रोजन हॉर्स" बताते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने ट्वीट किया कि भाजपा में स्वागत होने के बाद, उन्होंने उसके अखिल भारतीय नेताओं तक पहुंच प्राप्त की, राज्य भाजपा के सीधे साधे लोगों के साथ घुले मिले। पार्टी और इसके आंतरिक चीजों के बारे में सब कुछ जाना। वह वापस गए और ममता को सब कुछ बता दिया। 


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