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Bengal Politcs: बंगाल भाजपा के विक्षुब्ध नेताओं में अब उभरा मतभेद

कुछ नेता अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज करना चाहते हैं तो दूसरे इसके समर्थन में नहीं।प्रदेश भाजपा की नई समिति में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों को जगह नहीं मिलने से उत्तर 24 परगना के बनगांव के सांसद व केंद्रीय बंदरगाह नौवहन एवं जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर खफा हैं।

By Priti JhaEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 04:21 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 04:21 PM (IST)
Bengal Politcs: बंगाल भाजपा के विक्षुब्ध नेताओं में अब उभरा मतभेद
बंगाल भाजपा के विक्षुब्ध नेताओं में अब उभरा मतभेद

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल भाजपा के विक्षुब्ध नेताओं में अब मतभेद उभरकर सामने आ रहा है।कुछ नेता अपनी मांगों को लेकर आंदोलन के माध्यम से विरोध को तेज करना चाहते हैं तो दूसरे इसके समर्थन में नहीं हैं। उनका कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व के आश्वासन का गरिमा के साथ सम्मान करना चाहिए। दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि पांच राज्यों के चुनाव खत्म होने के बाद वह इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। प्रदेश भाजपा की नई समिति मैं फेरबदल के बाद कुछ नेता नाराज हो गए हैं।

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दरअसल प्रदेश भाजपा की नई समिति में मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों को जगह नहीं मिलने से उत्तर 24 परगना के बनगांव के सांसद व केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर खफा हैं। वह मतुआ महासंघ के अध्यक्ष हैं। इसे लेकर उन्होंने पिछले दिनों पार्टी से नाराज मतुआ समुदाय के विधायकों और अन्य नेताओं के साथ भी बैठक की थी। बैठक में मतुआ समुदाय से ताल्लुक रखने वाले भाजपा के तीन विधायक अशोक किरतनिया, सुब्रत ठाकुर और मुकुटमणि अधिकारी तथा इस पिछड़े वर्ग के 40 अन्य नेताओं भी हिस्सा लिया था। बैठक के दौरान संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) जैसे मुद्दों के कार्यान्वयन को लेकर चर्चा हुई। बैठक में शामिल हुए भाजपा के तीनों विधायक हाल में पार्टी के वाट्सऐप ग्रुप से खुद को अलग कर चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार शांतनु ठाकुर और उनके अनुयायी चाहते हैं कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए आंदोलन को तेज किया जाए। इधर जेपी नड्डा ने आश्वासन दिया है कि उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनाव खत्म होते ही वह शांतनु के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। इसके मद्देनजर कुछ नेता चाहते हैं कि केंद्रीय नेतृत्व के आश्वासन सम्मान करना चाहिए। नतीजतन केंद्रीय नेतृत्व पर भरोसा दिखाते हुए फिलहाल के लिए धीमी गति से चलने वाली नीति अपनानी चाहिए। प्रदेश भाजपा ने केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर समेत असंतुष्ट नेताओं के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व से शिकायत की है।

मतुआ समुदाय की बैठक से एक दिन पहले ही शांतनु ठाकुर ने असंतुष्ट विधायकों के साथ बैठक की थी, जिन्होंने नवगठित राज्य समिति में निष्ठावान नेताओं के संघर्ष को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। शांतनु ठाकुर ने गत सोमवार को पार्टी के नाराज नेताओं के साथ पिकनिक भी मनाया था। पिकनिक में प्रदेश समिति से हटाए गए रितेश तिवारी, सायंतन बसु व पूर्व उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजुमदार व अन्य नेता उपस्थित हुए थे। 


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