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पुरुलिया के बाद वीरभूम में भाजपा कार्यकर्ता का शव मिलने से सनसनी

वीरभूम जिले में भाजपा कार्यकर्ता की लाश नदी किनारे पेड़ पर लटकी मिलने से सनसनी मच गई।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 06:16 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 06:16 PM (IST)
पुरुलिया के बाद वीरभूम में भाजपा कार्यकर्ता का शव मिलने से सनसनी
पुरुलिया के बाद वीरभूम में भाजपा कार्यकर्ता का शव मिलने से सनसनी

जागरण संवाददाता, कोलकाता। पुरुलिया के बाद अब वीरभूम जिले में भाजपा कार्यकर्ता की लाश नदी किनारे पेड़ पर लटकी मिलने से सनसनी मच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के परिजनों ने हत्या कर शव को फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया है। भाजपा ने स्थानीय तृणमूल कांग्रेस को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। उधर, भाजपा कार्यकर्ता की संदिग्ध अवस्था में मौत की घटना ने एक बार फिर राजनीति को गर्मा दिया है।

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सूत्रों के अनुसार, लाभपुर के द्वारका गांव निवासी तापस बागदी (40) रविवार शाम पास की दुकान में चाय पीने की बात कहकर घर से निकला था। लेकिन रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। सोमवार सुबह तापस की लाश मयूराक्षी नदी के किनारे एक पेड़ पर फंदे से लटकती मिली। मृतक भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता बताया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया गया कि इसी माह 19 अक्टूबर को तापस के परिवार के साथ स्थानीय तृणमूल नेता कार्तिक पाल के साथ विवाद भी हुआ था। मामला थाने तक जा पहुंचा था। इसके बाद से तापस मानसिक तनाव में रहने लगा था। हालांकि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या हुई है या उसने खुदकशी की है इसे लेकर रहस्य गहरा गया है। जबकि मृतक के परिजनों ने हत्या कर शव को लटकाने का आरोप लगाया है। घटना की अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है।

इस मामले में स्थानीय भाजपा नेतृत्व ने तृणमूल कांग्रेस को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। प्राथमिक जांच में पुलिस ने तापस की हत्या नहीं बल्कि खुदकशी किए जाने की आशंका जताई है। फिलहाल मौत की वजह जानने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भाजपा कार्यकर्ता तापस बागदी की मौत को राजनीतिक हत्या बताया है। कहा कि पुरुलिया कांड की तरह तृणमूल कांग्रेस वीरभूम में भी भाजपा समर्थकों को रास्ते से हटाने की साजिश रच रही है। वीरभूम जिला तृणमूल अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

गौरतलब है कि पंचायत चुनाव के बाद पुरुलिया के बलरामपुर में भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो और दुलाल कुमार की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। त्रिलोचन का शव पेड़ पर तो दुलाल का शव हाईटेंशन लाइन के टावर पर लटका हुआ मिला था। मामले के तूल पकड़ने के बाद नवान्न के आदेश पर एसपी जय विश्र्वास को हटाकर सीआइडी में तैनात आकाश मघारिया को पुरुलिया का नया एसपी बना दिया था।

दिलीप घोष ने तृणमूल पर लगाया भाजपा कार्यकर्ता की हत्या का आरोप

बीरभूम जिले के लाभपुर में तापस बागदी नाम के युवा भाजपा कार्यकर्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमाने लगी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस की निष्कि्रयता पर सवाल उठाया है। सोमवार को उन्होंने कहा कि- पुरुलिया की तरह एक बार फिर बीरभूम के लाभपुर में हमारे कार्यकर्ता की रहस्यमय तरीके से हत्या कर शव को पेड़ से टांग दिया गया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि हर बार की तरह इस बार भी पुलिस निष्क्रिय है और पूरे बीरभूम जिले में सत्तारूढ़ दल के अपराधियों के तांडव की वजह से माहौल हिंसक हो चुका है। प्रशासन ने आंखे बंद कर ली है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडे और पुलिस मिलकर विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। राज्य में भयावह परिस्थिति है। उल्लेखनीय है कि लाभपुर के दरका गांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता तापस बागदी का पेड़ से लटका हुआ शव सोमवार सुबह बरामद हुआ। पुलिस ने फिलहाल इस मामले में कुछ भी कहने से इन्कार किया है। बता दें कि इससे पहले पंचायत चुनाव खत्म होने के बाद पुरुलिया जिले में दो भाजपा कार्यकर्ताओं का फंदे से लटकता हुआ शव बरामद किया गया था।


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