Cyclone Yaas: बांध टूटने के मुद्दे पर भाजपा नेता राजीब बनर्जी बोले- मैंने ममता के निर्देशों का पालन किया था
ममता बनर्जी ने चक्रवात यास से बांध टूटने पर सिंचाई विभाग पर रोष जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 134 बांध टूट चुके हैं। हर तरफ से सवाल उठाए गए हैं। पूर्व सिंचाई मंत्री और भाजपा नेता राजीब बनर्जी के काम पर सवाल उठाया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। चक्रवात यास ने राज्य में कई नदियों और समुद्री बांधों को तोड़ दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांध टूटने पर सिंचाई विभाग पर रोष जताया है। मुख्यमंत्री ने खुद कहा कि 134 बांध टूट चुके हैं। हर तरफ से सवाल उठाए गए हैं। हालांकि इस बार उन्होंने इस मुद्दे पर सीधे तौर पर किसी पर हमला नहीं किया, लेकिन पूर्व सिंचाई मंत्री और भाजपा नेता राजीब बनर्जी के काम पर सवाल उठाया। राजीब बनर्जी लंबे समय से इस विभाग के प्रभारी रहे हैं। वह 2012 से 2018 तक सिंचाई मंत्री रहे।
उन्होंने कहा, 'मैं 2018 की शुरुआत तक प्रभारी रहा हूं। हम लोगों ने दोनों मेदिनीपुर दोनों 24 परगना जिलों में कई जगहों पर बांध के साथ आवश्यक मरम्मत कार्य कराए थे। मैं इस बात से इन्कार नहीं करना चाहता कि ममता बनर्जी की मदद से ऐसा किया गया। जिसने बाद में हुदहुद, फाइलिन, तितली जैसे बड़े तूफानों से कई गांवों को बचाया। तब मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं थी। परिणामस्वरूप, मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।' राजीब के करीबी सहयोगियों का यह भी दावा है कि मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान जितने भी बांध बनाए गए, उन्होंने तब से कई गांवों को कई तूफानों से बचाया है।
उन्होंने सवाल उठाया है कि एम्फन और यास में नदी के तटबंध की हालत ऐसी क्यों है। सिंचाई विभाग के काम से मुख्यमंत्री के असंतोष के बारे में मंत्री सौमेन महापात्र ने कहा, 'बस इतना ही कि मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के काम पर निराशा जताई है। उसके बाद हमने अपने कार्यालय के अधिकारियों को सतर्क किया और अतिरिक्त सचिव के साथ जांच शुरू की।हालांकि, मुख्यमंत्री पहले ही बांध टूटने की जांच की बात कह चुकी हैं। ऐसे में अफवाहें हैं कि दोनों पूर्व सिंचाई मंत्री, सुवेंदु अधिकारी तथा राजीब बनर्जी, जो पार्टी से अलग हो गए हैं, को निशाना बनाया जा रहा है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सुवेंदु अधिकारी तथा राजीब बनर्जी भाजपा में शामिल हो गए। हालांकि सुवेंदु ने नंदीग्राम सीट से तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी को हराकर इतिहास रच दिया लेकिन डोमजूर विधानसभा केंद्र में राजीब बनर्जी कमल नहीं खिला पाए।