Corona vaccine in Bengal: माकपा ने फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
माकपा ने फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। माकपा की राज्य कमेटी के सचिव सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि कसबा में कोरोना टीकाकरण को लेकर हुई जालसाजी के बाद यह खुलकर सामने आया कि लोगों की जिंदगी को खतरे में डाला जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। माकपा ने फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। माकपा की राज्य कमेटी के सचिव सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि कसबा में कोरोना टीकाकरण को लेकर हुई जालसाजी के बाद यह खुलकर सामने आ गया है कि लोगों की जिंदगी को खतरे में डाला जा रहा है। राज्य सरकार और पुलिस इसके खिलाफ कोई कठोर कदम न उठाकर इस धोखाधड़ी के हो रहे प्रतिवाद और सभी को मुफ्त में टीका देने की मांग को लेकर उठ रही आवाज को दबाना चाह रही है।
मिश्र ने आगे कहा कि नारद कांड में अपने दल के आरोपित नेताओं को बचाने के लिए कुछ दिन पहले कोरोना महामारी के नियमों की परवाह न करते हुए मुख्यमंत्री जब खुद कोलकाता के निजाम पैलेस में दलबल के साथ आ गई थी, तब पुलिस प्रशासन को चुप रहते हुए देखा गया था।
दरअसल, जालसाजी को छुपाना और आश्रय देना इस सरकार की मानसिकता है। यह सरकार पहले से ही चिटफंड घोटाले से शुरू करके अनगिनत घोटालों एवं अपराधियों के साथ शासक दल के संपर्क को छिपाने के लिए पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल करती आ रही है। अब प्रतिवाद- आंदोलन को महामारी कानून का वाला देकर रोकना चाह रही है। टीका को लेकर कालाबाजारी बंद करने और सभी के नि:शुल्क टीकाकरण की सरकार को व्यवस्था करनी होगी।