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सुंदरवन में 1164 कैमरे की मदद से कैमरे के जरिये शुरू हुई बाघों की गिनती

वन अधिकारी ने बताया कि बाघों की गिनती वैसे तो पारंपरिक तौर पर उनके पैरों के निशान से की जाती है लेकिन पिछली गणना कैमरा ट्रैपिंग (वन क्षेत्र में कैमरा लगाने) तकनीक के जरिये की गई थी। सुंदरवन में 120 वन कर्मियों की टीम गणना को देंगे अंजाम।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 08:07 AM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 08:07 AM (IST)
सुंदरवन में 1164 कैमरे की मदद से कैमरे के जरिये शुरू हुई बाघों की गिनती
सुंदरवन में कैमरे के जरिये शुरू हुई बाघों की गिनती, 120 वन कर्मियों की टीम गणना को देंगे अंजाम।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के दक्षिण व उत्तर 24 परगना जिले में फैले सुंदरवन में बाघों की गिनती शुरू हो गई। पिछली गणना के अनुसार यहां 96 बाघ है। एक अधिकारी ने बताया कि सुंदवन में पहले चरण में कैमरा लगाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। कैमरे की मदद से एक माह तक बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

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सुंदरवन बाघ अभयारण्य के फील्ड निदेशक तापस दास ने कहा कि हम पहले ही कई कैमरे लगा चुके हैं। वन विभाग भी जनवरी में 272 कैमरे लगाएगा। इस बार 582 स्थानों पर कुल 1,164 कैमरे लगाए जा रहे हैं। बाघों की गिनती की इस प्रक्रिया में 120 वनकर्मियों टीम शामिल हैं। इससे पहले हुई गणना के मुताबिक, सुंदरवन रिजर्व वन में बाघों की संख्या 96 थी, जबकि उसके पहली की गणना में यह संख्या 88 थी। सुंदरवन के 4,200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में से बाघ 3700 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विचरण करते हैं।

वन अधिकारी ने बताया कि बाघों की गिनती वैसे तो पारंपरिक तौर पर उनके पैरों के निशान से की जाती है, लेकिन पिछली गणना कैमरा ट्रैपिंग (वन क्षेत्र में कैमरा लगाने) तकनीक के जरिये की गई थी। अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के अनुसार, भारत बाघों के मामले में दुनिया के सबसे बड़े और सुरक्षित निवास वाले देशों में से एक है। 


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