बांग्लादेश सीमा पर BSF जवान पर हमला करने वाले तस्करों पर जवाबी फायरिंग, एक तस्कर ढेर
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को चारों तरफ से घेर कर हमले की कोशिश की। आत्मरक्षा में बीएसएफ जवानों द्वारा की गई फायरिंग में एक बांग्लादेशी तस्कर के मारे जाने की खबर है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर आगरा सीमा चौकी इलाके में जबरदस्ती मवेशियों को बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहे 15-20 तस्करों के समूह को रोकने पर उन्होंने वहां ड्यूटी पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को चारों तरफ से घेर कर हमले की कोशिश की। आत्मरक्षा में बीएसएफ जवानों द्वारा की गई फायरिंग में एक बांग्लादेशी तस्कर के मारे जाने की खबर है। सूत्रों के अनुसार कई और तस्करों को भी गोली लगी है। यह घटना रविवार देर रात करीब 2:30 बजे घटी।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि एक बांग्लादेशी तस्कर का शव इंटरनेशनल बाउंड्री (जीरो लाइन) के ऊपर नदी के किनारे मिला है। उसकी उम्र करीब 20 से 25 साल है। अधिकारी ने बताया कि मालदा सेक्टर अंतर्गत बीओपी आगरा इलाके में देर रात 15-20 की संख्या में तस्कर 8-10 मवेशियों को जबरदस्ती बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहा था। वहां ड्यूटी पर तैनात 159वीं बटालियन के एक जवान ने जब रोकने की कोशिश की तो तस्करों के समूह ने उसे घेर लिया और पत्थर मारने लगे।
इसके बाद आत्मरक्षा में जवान ने दो राउंड गोली हवा में फायर की, उसके बावजूद तस्करों ने अपनी कार्यवाही जारी रखी। जवान ने फिर एक राउंड फायर किया तथा इतने में पास में ड्यूटी कर रहे एक अन्य जवान भी सहायता के लिए वहां पहुंच गया तथा उन्होंने राउंड फायर किया। इसके परिणामस्वरूप एक तस्कर मारा गया जबकि बाकी तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। अधिकारी ने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर के ऊपर नदी किनारे मारे गए तस्कर का शव मिला है। बाद में पता चला कि वह बांग्लादेशी है।
बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए स्थानीय बुलबुलचंडी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उस इलाके में तस्कर इक्का-दुक्का मवेशियों को सीमा पार ले जाने की कोशिश कर रहे थे। जवानों ने उन्हें चेतावनी भी दी थी लेकिन अंततः यह घटना हुई। ज्ञात रहे कि जब से संजय गौड़, उपमहानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, सेक्टर मालदा का कार्यभार संभाला है उनके सेक्टर के इलाके से तस्करी की घटनाओं पर काफी अंकुश लगा है। गौरतलब है कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों द्वारा तस्करी के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और खासकर पशु तस्करी की घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लग चुका है।