Coronavirus Lockdown Effect: यात्रियों की भारी कमी के कारण पांच दिनों में पूर्व रेलवे ने रद की 44 ट्रेनें
कोरोना के बढ़ते प्रकोप व बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में जारी लॉकडाउन के चलते रेलवे को दूरगामी ट्रेनों में सफर के लिए इस समय यात्री नहीं मिल रहे हैं। पूर्व रेलवे को ही बीते पांच दिनों में लंबी दूरी की 44 से ज्यादा ट्रेनों को रद करना पड़ा है।
राजीव कुमार झा, कोलकाता : कोरोना के बढ़ते प्रकोप व बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में जारी लॉकडाउन के चलते रेलवे को दूरगामी ट्रेनों में सफर के लिए इस समय यात्री नहीं मिल रहे हैं। यात्रियों की भारी कमी के कारण पूर्व रेलवे को ही बीते पांच दिनों में लंबी दूरी की 44 से ज्यादा विशेष मेल/ एक्सप्रेस ट्रेनों को रद करना पड़ा है। इन ट्रेनों का परिचालन 19 मई और उसके बाद की तारीखों के लिए अगले आदेश तक रोका गया है। पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) एकलव्य चक्रवर्ती ने जागरण को बताया कि हाल ही में यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट इन ट्रेनों को रद करने की एकमात्र वजह है।
उन्होंने बताया कि जिन ट्रेनों में 20 फीसद से भी कम यात्री सफर कर रहे हैं उसको हम रद करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इसी कारण बड़ी संख्या में यानी 20 जोड़ी से ज्यादा विशेष ट्रेनों को अगले आदेश तक रद करने का फैसला लिया गया है। पूर्व रेलवे द्वारा रद की जाने वाली अधिकतर ट्रेनें बिहार, झारखंड व उत्तर बंगाल की हैं। गौरतलब है कि बंगाल में इस समय कोविड-19 की वजह से 16 मई से सख्त पाबंदियां लगाई गई है। साथ ही राज्य सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर रखी है कि कोविड निगेटिव रिपोर्ट वालों को ही प्रदेश में एंट्री की इजाजत है। इन सब वजहों से कई ट्रेनें खाली चल रही थीं।
इसके अलावा बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन की वजह से बस, लोकल ट्रेनें व अन्य यात्री परिवहन सेवा भी इस समय बंद है, जिसके चलते यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशनों पर जाने या दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को अपने गंतव्य तक जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से भी यात्रियों की भारी कमी देखी गई है। जिसके चलते रेलवे को ट्रेनों को रद करने का फैसला लेना पड़ा है।
बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन लागू होने के बाद से रद की ट्रेनें
पूर्व रेलवे की ओर से ये सभी 44 ट्रेनें बंगाल में 16 मई से पूर्ण लॉकडाउन लागू होने के बाद से रद की गई है। इनमें 10 ट्रेनों को 18 मई को रद किया गया। 8 ट्रेनों को 19 मई को 20 ट्रेनों को 20 मई को एवं छह ट्रेनों को 21 मई को रद करने का फैसला लिया गया है। इन ट्रेनों का परिचालन बंद होने से कुछ यात्रियों को भारी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दोबारा फिर से इन ट्रेनों का परिचालन कब से शुरू होगा इस बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं बताया गया है।