Corona in Bengal: बंगाल में कोरोना की दूसरी और गंभीर लहर आने की आशंका, लोगों की लापरवाही से बढ़ रहे हैं मामले
Corona in Bengal चिंताजनक-डॉक्टरों ने कहा आमलोगों की लापरवाही से बढ़ रहे हैं मामले चेता नहीं गया तो बंगाल में भयावह हो सकती है कोरोना महामारी बंगाल में पिछले कुछ दिनों में तेजी मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक नए मामलों में लगातार वृद्धि हो रही।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। देश के कई राज्यों में कोरोना महामारी की दूसरी लहर आ चुकी है और तेजी से नए मामले बढ़ रहे हैं। पिछले एक साल में जहां कोरोना वायरस के मामलों को 97 हजार से नौ हजार आ गया था अब फिर से हर दिन 50 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो रहे हैं। इस बीच कोलकाता में डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि बंगाल को जल्द ही कोरोना महमारी अपनी की दूसरी लहर की चपेट में ले सकता है। यह बेहद गंभीर होगी क्योंकि लोग मास्क लगाने व दो गज दूरी का जैसे दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
चिकित्सकों ने चेताया है कि कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन से वैसी ही स्थिति पैदा हो सकती है जैसी 2020 में दुनिया भर में थी। बेलियाघाटा के आइडी अस्पताल में कोरोना बाद के फॉलोअप क्लिनिक के प्रभारी संजीब बंद्योपाध्याय के अनुसार, निकट भविष्य में राज्य में संक्रमण का बेहद तेजी से प्रसार हो सकता है। यह कोरोना समॢपत अस्पताल है। इसी तरह कोरोना समॢपत एमआर बांगुड़ अस्पताल के अधीक्षक शिशिर नस्कर ने राज्य में हाल के दिनों में बढ़े कोरोना के मामलों के लिए आम जनता की लापरवाही को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि किसी भी महामारी में प्रकृति का नियम है कि दूसरी और तीसरी लहर होगी। यह सब समाप्त होगा, लेकिन हम लापरवाह नहीं हो सकते हैं। हमारे राज्य में बीमारी से लड़ाई में आम लोगों की लापरवाही संक्रमण के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार है। संजीब ने कहा कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा लोगों के संक्रमित होने का खतरा है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग राजनीतिक रैलियों और बैठकों में बिना मास्क के शामिल हो रहे हैं। रैलियों में जब नेता भाषण देते हैं और लोग नारेबाजी करते हैं तो ऐसे में उनके मुंह से ज्यादा मात्रा में ड्रॉपलेट निकलते हैं, और उनमें से ज्यादातर लोग मास्क नहीं लगाए होते हैं, ऐसे में उनके आसपास के लोगों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है। यह काफी खतरनाक स्थिति है। हम बंगाल में बड़ी संख्या में लोगों को रैलियों और राजनीतिक बैठकों में भाग लेते हुए देख रहे हैं और उनलोगों को महामारी से जुड़े प्रोटोकॉल का कोई ख्याल नहीं है। आइडी एंड बीजी अस्पताल की प्रिंसिपल अनिमा हल्दर ने भी बंगाल में कोरोना के मामलों में अचानक हुई वृद्धि के लिए लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि आप सिर्फ राजनीतिक दलों को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं। इसके लिए आम लोग अधिक दोषी हैं। हम अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते हैं। हालात गंभीर हैं और उनके अधिक बिगडऩे की आशंका है। बंगाल में पिछले कुछ दिनों में तेजी मामले बढ़ रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक नए मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है।