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कोलकाता में 15 अगस्त के बाद से कम होने लगेंगे कोरोना के मामले!

कोलकाता नगर निगम की कोविड कमेटी के परामर्शदाता डॉ. शांतनु सेन ने किया दावा कहा- शहर की आबादी के 17 से 20 फीसद संक्रमित होने से ही वहां हर्ड इम्युनिटी विकसित होनी शुरू हो जाएगी

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 02:05 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jul 2020 02:50 PM (IST)
कोलकाता में 15 अगस्त के बाद से कम होने लगेंगे कोरोना के मामले!
कोलकाता में 15 अगस्त के बाद से कम होने लगेंगे कोरोना के मामले!

कोलकाता, राज्य ब्यूरो।  कोलकाता में कोरोना के दिन-ब-दिन बढ़ते मामलों के बीच एक राहत भरी खबर भी है। कोलकाता नगर निगम की कोविड कमेटी के परामर्शदाता डॉ. शांतनु सेन ने 15 अगस्त के बाद से कोलकाता में कोरोना के मामले कम होने का दावा किया है। डॉ सेन, जो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं, ने कहा कि किसी शहर की आबादी के 17 से 20 फीसद के संक्रमित होने से ही वहां 'हर्ड इम्युनिटी' विकसित होनी शुरू हो जाएगी।

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उन्होंने दिल्ली का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि राजधानी में 22.8 फीसद लोगों के कोरोना संक्रमित होने के बाद वहां मामले कम होने शुरू हो गए थे। जून महीने में आइसीएमआर की तरफ से कहा गया था कि कोलकाता के 14 फीसद लोगों के शरीर में एंटीबॉडी तैयार हो रही है।

जुलाई महीने में इसमें और बढ़ोतरी हुई है हालांकि अभी तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इसकी रिपोर्ट नहीं दी गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता के 20 फीसद लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। अगर इस आंकड़े को 17 फीसद भी मान लिया जाए तो हर्ड इम्युनिटी तैयार होने के लिए अब केवल और दो से तीन फीसद के संक्रमित होने की ही जरूरत है।

डॉ. सेन ने आगे कहा कि मार्च महीने में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित होने पर तीन लोगों को संक्रमित कर रहा था लेकिन अब संक्रमण क्षमता घटकर 1.22 व्यक्ति हो गई है। धीरे-धीरे यह एक से भी नीचे चली जाएगी। डॉ. सेन ने कहा कि कोलकाता की जनसंख्या को हम पांच लाख भी मानकर चलें तो संक्रमण क्षमता के शून्य के स्तर पर आने में दो से तीन हफ्ते का समय लगेगा। कोलकाता में कोरोना के दिन-ब-दिन बढ़ते मामलों के बीच एक राहत भरी खबर भी है। कोलकाता नगर निगम की कोविड कमेटी के परामर्शदाता डॉ. शांतनु सेन ने 15 अगस्त के बाद से कोलकाता में कोरोना के मामले कम होने का दावा किया है। डॉ सेन, जो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं, ने कहा कि किसी शहर की आबादी के 17 से 20 फीसद के संक्रमित होने से ही वहां 'हर्ड इम्युनिटी' विकसित होनी शुरू हो जाएगी।


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