बंगाल में तेजी से घटे कोरोना के मामले, विपक्ष ने ममता सरकार पर लगाया आरोप, दबाए जा रहे पाजिटिव केस
कोलकाता में 24 घंटों में 3893 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए। 12 मरीजों की मौत हुई। शनिवार को कोलकाता ने 4831 मामले दर्ज किए थे। कोलकाता के बाद उत्तर 24 परगना में कोविड-19 के 2565 मामले सामने आए। पांच मरीजों की मौत हुई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 14,938 नए मामले आने के साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 18,97,699 तक पहुंच गई। वहीं कोविड-19 के 36 मरीजों की मौत हो गई। शनिवार के 19,064 मामले सामने आए थे और 36 लोगों की मौत हुई थी। कोलकाता में 24 घंटों में 3,893 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए। 12 मरीजों की मौत हुई। शनिवार को, कोलकाता ने 4,831 मामले दर्ज किए थे। कोलकाता के बाद, उत्तर 24 परगना में कोविड-19 के 2,565 मामले सामने आए। पांच मरीजों की मौत हुई।
बंगाल में कोरोना वायरस के मामले देखें तो बीते दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। मामलों की संख्या में गिरावट के बावजूद, विपक्षी नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कोविड -19 मामलों के आंकड़ों को दबाने का आरोप लगाया है। भाजपा से लेकर माकपा तक ने आरोप लगाया है कि जांच के आंकड़ों में गड़बड़ी हो रही है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रनील खां ने तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी के डायमंड हार्बर लोकसभा को छोड़कर सभी 42 लोकसभा क्षेत्रों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डायमंड हार्बर 12 जनवरी को 53,203 सैंपलों की जांच की दावा किया गया और जिसमें मजह 1151 कोविड केस पाजिटिव मिले, जबकि राज्य में कुल 71,792 टेस्टिंग हुई और 22,155 मामले कोविड पाजिटिव के मामले आए।
यह बता रहा है कि आखिर यह कैसी जांच और किस तरह के आंकड़े दिए जा रहे हैं। बंगाल में कोविड मामलों के लेकर माकपा ने भी ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है। माकपा के वरिष्ठ नेता सुजन चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग बुलेटिन जारी करने में अनियमितता कर रहा है और सही आंकड़े सामने नहीं आ रहे हैं।