गणतंत्र दिवस परेड से बंगाल की झांकी रिजेक्ट किए जाने पर तकरार, तृणमूल का नेताजी प्रेम केवल दिखावा: दिलीप घोष
दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का हर कदम वोट की राजनीति को केंद्रित होता है। कल विधानसभा में नेताजी को सम्मान दिए जाने का कार्यक्रम था लेकिन ममता नहीं गईं क्योंकि वहां से उन्हें कोई पब्लिसिटी मिलने वाली नहीं थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः गणतंत्र दिवस परेड से केंद्र द्वारा बंगाल की झांकी रिजेक्ट किए जाने को लेकर विवाद नहीं थम रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की झांकी को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल नेताओं की ओर से मचाए जा रहे हाय-तौबा को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस द्वारा केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर नेताजी की विरासत को दरकिनार करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि आजादी के महानायक को लेकर तृणमूल कांग्रेस का प्रेम केवल दिखावा है।
कोलकाता समेत पूरे राज्य में चौक चौराहों पर नेताजी की प्रतिमा से बड़ी ममता की तस्वीरें लगाई जाती हैं। आज तक तृणमूल कांग्रेस ने नेताजी के सम्मान के लिए कुछ नहीं किया है। प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि मोदी इतिहास बनाने वाले लोग हैं। नेताजी की ग्रेनाइट की प्रतिमा इंडिया गेट पर लग रही है जो भारत के इतिहास में एक बड़ा कदम है। नेताजी के योगदान भारत आने वाले हर शख्स को दिखेंगे।
दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का हर कदम वोट की राजनीति को केंद्रित होता है। कल विधानसभा में नेताजी को सम्मान दिए जाने का कार्यक्रम था, लेकिन ममता नहीं गईं क्योंकि वहां से उन्हें कोई पब्लिसिटी मिलने वाली नहीं थी। भाजपा के सारे विधायकों और सदस्यों ने विधानसभा में नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सारे कार्यक्रम नेताजी जयंती पर दोपहर 12:00 से शुरू हुए जबकि प्रधानमंत्री मोदी सुबह 8:00 बजे से ही नेताजी की प्रतिमा का अनावरण और श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जुट गए थे। प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए घोष ने कहा कि नरेन्द्र मोदी इतिहास बनाते हैं जबकि ममता बनर्जी ने इतिहास ही नहीं पढ़ा है। ममता ने कहा था कि राज्य में नेताजी के नाम पर विश्वविद्यालय बनेंगे शोध होंगे लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ जबकि प्रधानमंत्री ने ऐसा करके दिखाया है।
दिलीप घोष ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। न्यू टाउन के इको पार्क में मार्निंग वाक करने पहुंचे दिलीप घोष ने कहा कि भारतीय समाज में महिलाएं सबसे ज्यादा सम्मानित होती हैं लेकिन बंगाल का दुर्भाग्य है कि यहां महिला मुख्यमंत्री के राज्य में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को महिलाओं की सम्मान और सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए वे सत्तारूढ़ पार्टी के दास के तौर पर उनके राजनीतिक कैडर के तौर पर काम कर रहे हैं। राज्य सरकार प्रशासन का इस्तेमाल भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए कर रही है।