बांग्लादेशी किशोरी को देह व्यापार में धकेलने की साजिश, BSF ने दो दलालों को दबोचा
बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा इलाके से एक बांग्लादेशी किशोरी को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करवाने के साथ ही दो मानव तस्करों को दबोचा है। मुक्त कराई गई किशोरी को भारत में देह व्यापार में धकेलने की साजिश थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा इलाके से एक बांग्लादेशी किशोरी को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करवाने के साथ ही दो मानव तस्करों को दबोचा है। बीएसएफ द्वारा जारी किए गए बयान में बताया गया कि 29 सितंबर को 08वीं वाहिनी की सीमा चौकी सुंदर के जवानों ने विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर एक विशेष अभियान में तीन लोगों को गैर कानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा को लांघने पर गिरफ्तार कर लिया। इनमें बांग्लादेशी किशोरी व दो दलाल शामिल हैं। मुक्त कराई गई किशोरी को भारत में देह व्यापार में धकेलने की साजिश थी।
एक दलाल भी बांग्लादेशी ही है। इनकी पहचान आलमगीर हुसैन (25), गांव–खिलगांव, जिला– ढाका, बांग्लादेश एवं प्रसंजित राय (26), गांव- श्रीरामपुर, जिला नदिया, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है। वहीं, 17 वर्षीय किशोरी बांग्लादेश के नरसिंगड़ी (ढाका) की रहने वाली है। पूछताछ करने पर आलमगीर हुसैन ने बताया कि उसकी प्रेमिका ढाका में देह व्यापार का काम करती है और उसकी एक दोस्त रोमाना मानव तस्करी का काम करती है। रोमाना और अपनी प्रेमिका के कहने पर वह रिजा अख्तर (काल्पनिक नाम) को भारत में छोड़ने के लिए आया था और इसके लिए उसकी प्रेमिका ने गांव–महेशपुर, बांग्लादेशी के दलाल मोमिन को 30 हजार रुपये दिए थे।
वहीं, रिजा अख्तर (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। उसका संपर्क कुछ दिन पहले साथी नाम की लड़की से हुआ जोकि ढाका में देह व्यापार का काम करती है और उसकी दोस्त रोमाना जोकि बांग्लादेशी है अपने पति के साथ हैदराबाद में रहती है। जिसने उसे भारत में अच्छा काम दिलाने का वादा किया था। आगे उसने बताया कि वह साथी अख़्तर की मदद से रोमाना के पास हैदराबाद जा रही थी ताकि वह कोई काम करके अच्छा पैसे कमा सके।
पांच साल से गैर कानूनी तरीके से सीमा पार कराने का काम करता है दलाल
इसके अलावा दलाल प्रसंजित राय ने बताया कि उसका चचेरा भाई जोगा राय पिछले पांच साल से गैर कानूनी तरीके से लोगों को सीमा पार आने जाने में मदद करता है और उन लोगों को अपने घर में भी पनाह देता है।
आज वह बांग्लादेशी दलाल मोमिन से दो बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर आया और मोमिन ने उसे 5,000 रूपये दिए थे।गिरफ्तार किए गए सभी लोगो को पुलिस थाना हंसखाली को सौंप दिया गया है। पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिक एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है तथा दलालों के खिलाफ कड़ी धाराएं लगाई गई हैं।
घुसपैठ रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही बीएसएफ
इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ और मानव तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों, दलालों और उनके सहयोगियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े भी जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं भी हो रही है। आगे उन्होंने कहा कि दलाल गरीब और जरूरत मंद भोली- भाली लड़कियों को अच्छा काम दिलाने के बहाने भारत लेकर आते हैं और उन्हें यहां देह व्यापार जैसे घिनौने धंधे में धकेल कर उनकी जिंदगी खराब कर देते है। इस प्रकार के धंधे में शामिल दलालों को पकड़ने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।