भुखमरी पर कांग्रेस व वामो ने किया वाकआउट
- बहस की अनुमति नहीं मिलने पर भड़के विधायक - आगे विस का बहिष्कार करने की घोषणा राज्य ब्यूर
- बहस की अनुमति नहीं मिलने पर भड़के विधायक
- आगे विस का बहिष्कार करने की घोषणा
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: कांग्रेस और वाममोर्चा ने मंगलवार को विधानसभा में जंगलमहल में भूख से कुछ लोगों की हुई मौत का मुद्दा उठाया और इस पर बहस कराने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी के बहस करने से इनकार करने पर कांग्रेस व वाममोर्चा के सदस्यों ने शोरगुल मचाते हुए सदन से वाकआउट किया।
बाद में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि कांग्रेस और वाममोर्चा विधायक दल ने विधानसभा में जंगलमहल में कुछ आदिवासियों की भूख से हुई मौत का मुद्दा उठाया और इस पर सदन में बहस कराने की मांग की लेकिन स्पीकर इसके लिए तैयार नहीं हुए। विपक्षी सदस्यों के साथ स्पीकर के भेद-भाव करने पर कांग्रेस और वाममोर्चा के सदस्यों ने पूरे दिन के लिए सदन से वाकआउट किया।
वाममोर्चा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि स्पीकर अक्सर विपक्षी दलों के प्रस्ताव को खारिज कर देते हैं। विपक्षी सदस्यों के प्रति स्पीकर के भेद-भाव का विरोध किया जाएगा। जंगलमहल क्षेत्र में लोग भूख से मरने के लिए बाध्य हैं। सरकार इसे मानने के लिए तैयार नहीं है। विधानसभा में इस मुद्दे पर बहस होने पर सच्चाई सामने आती। लेकिन स्पीकर ने बहस कराने की विपक्ष की मांग ठुकरा दी। सुजन ने कहा कि 22 नवंबर को भी विधानसभा सत्र का बहिष्कार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कि पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम में कुपोषण और इलाज के अभाव में पिछले 15 दिनों में सबर जाति के सात आदिवासियों की मौत की घटना सामने आई है। इससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जंगलमहल में सुख-समृद्धि और खुशहाली के दावे की पोल खुल गई है।