Coal smuggling : कोयला तस्करी में ईडी का दावा-पुलिस अधिकारी को दिए गए थे 168 करोड़ रुपये
उजागर-ईडी ने विशेष अदालत में पेश हिरासत नोट में किया राज उजागर। एजेंसी ने कहा-अभिषेक को अवैध धन से हुआ फायदा। एजेंसी ने दावा किया है कि दो साल से भी कम समय में लाला ने कोयला के अवैध खनन के जरिए 1352 करोड़ रुपये की रकम अर्जित की है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोयला तस्करी की जांच में जुटे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा है कि बंगाल के बांकुड़ा के थाना प्रभारी अशोक मिश्रा को कोयला तस्करी के लिए लगभग 168 करोड़ रुपये की अवैध नकदी दी गई थी। ईडी ने मिश्रा की हिरासत बढ़ाने के लिए दिल्ली की विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत हिरासत नोट में बुधवार को यह दावा किया। कोर्ट ने मिश्रा की हिरासत 12 अप्रैल तक बढ़ाने का निर्देश दिया है।
दूसरी ओर सीबीआइ ने गुरुवार को फिर कोयला तस्करी के मुख्य आरोपित अनूप माजी उर्फ लाला और उसके सहयोगी गुरुपद माजी से कोलकाता में पूछताछ की है।
ईडी ने कहा कि अशोक मिश्रा, विनय मिश्रा के निर्देश पर काम करता था। यह दिखाने के लिए सुबूत हैं कि उसने अपने राजनीतिक आकाओं के लिए अनूप माजी से मई और सितंबर 2020 के दौरान 168 करोड़ रुपये लिए थे, जिसमें विनय मिश्रा भी शामिल था।
ये नकद राशि बैंकाक और लंदन के बैंक खाते में जमा हुई थी। ऐसा माना जा रहा है विनय मिश्रा के कहने पर ही ये राशि उक्त बैंक खातों में जमा हुई थी।
ईडी ने कहा- अभिषेक बनर्जी को अवैध धन से हुआ फायदा
-ईडी ने विशेष अदालत में कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के परिवार को राजनीतिक संरक्षण की 'गहरी व्यवस्था' के तहत राज्य में अवैध कोयला खनन से अर्जित अवैध धन से फायदा हुआ।
ईडी ने लाला, विनय और विकास मिश्रा से पुलिसकर्मी को जोड़ते हुए अभिषेक बनर्जी के परिवार तक इसके तार जुड़े होने की बात कही।
ईडी ने कहा है कि लाला और कोयला व्यवसायी नीरज सिंह के पास से जब्त दस्तावेजों से पता चलता है कि अवैध कोयला खनन से अर्जित धन का गोपनीय तरीके से भुगतान किया है।
एजेंसी ने दावा किया है कि दो साल से भी कम समय में लाला ने कोयला के अवैध खनन के जरिए 1352 करोड़ रुपये की रकम अर्जित की है।