Coal smuggling Case: ईडी ने दाखिल की चार्जशीट, भगोड़े विनय मिश्रा के भाई समेत कई पुलिस अधिकारियों के नाम
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में कोयला तस्करी मामले में पहला आरोपपत्र दाखिल किया और जांच जारी रखने के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी है। ईडी ने चार्जशीट में दावा किया कि जांच में राज्य के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में कोयला तस्करी मामले में पहला आरोपपत्र दाखिल किया और जांच जारी रखने के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी है। ईडी सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में तृणमूल युवा नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा और बांकुड़ा पुलिस के इंस्पेक्टर इंचार्ज (आइसी) अशोक मिश्रा के अलावा कई राज्य पुलिस अधिकारियों के नाम हैं।
चार्जशीट के अनुसार अशोक मिश्रा, पुरुलिया जिला पुलिस के एक आइसी और जंगीपुर के एक अन्य आइसी ने लाभांश की राशि कई राज्य पुलिस अधिकारियों को सौंपी है। ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि जांच में राज्य के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं। ईडी के जांच अधिकारी ने कहा कि उन अधिकारियों के खिलाफ अभी जांच जारी है।
बताते चलें कि कोयला तस्करी मामले में बांकुड़ा सदर थाना के आइसी अशोक मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने कोयला तस्करी के आरोपित भगोड़े विनय मिश्रा के भाई विकास को गिरफ्तार किया है। हालांकि दोनों फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। चार्जशीट में यह भी उल्लेख किया गया है कि विकास वित्तीय लेनदेन में शामिल है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने पिछले साल नवंबर में ईस्टर्न कोल्डफील्ड में आसनसोल के आसपास एक खदान से कोयले की अवैध तस्करी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। उस प्राथमिकी के स्रोत के आधार पर ईडी ने धन शोधन अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया था। ईडी ने कोयला तस्करी के मुख्य आरोपित अनूप माजी उर्फ लाला की करोड़ों रुपये की संपत्ति भी जब्त की है।
कोयला तस्करी मामले में सात आइपीएस अधिकारियों को हाल ही में ईडी के दिल्ली मुख्यालय में तलब किया गया था। ईडी सूत्रों का दावा है कि जांच में खुलासा हुआ है कि कई आइपीएस अधिकारियों ने आरोपित आइसी के जरिए मोटी रकम ली है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि जांच की प्रगति के अनुसार अगले चरण में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा।