West Bengal: सीआइडी ने झारखंड के विधायकों की गिरफ्तारी के मामले में अब असम के सीएम के करीबी को किया तलब
हावड़ा से हाल में झारखंड कांग्रेस से निलंबित तीन विधायकों इरफान अंसारी नमन विक्सल और राजेश कच्छप की बड़ी मात्रा में नकदी के साथ गिरफ्तारी मामले की जांच कर रही राज्य सीआइडी सक्रिय है। सीआइडी ने अब इस मामले में असम के एक उद्योगपति अशोक धानुका को नोटिस भेजा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के हावड़ा से हाल में झारखंड कांग्रेस से निलंबित तीन विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल और राजेश कच्छप की बड़ी मात्रा में नकदी के साथ गिरफ्तारी मामले की जांच कर रही राज्य सीआइडी सक्रिय है। सीआइडी ने अब इस मामले में असम के एक उद्योगपति अशोक धानुका को नोटिस भेजा है। सोमवार सुबह 10 बजे उन्हें कोलकाता के भवानी भवन स्थित सीआइडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि उद्योगपति धानुका असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व सरमा के करीबी हैं।
विधायकों पर है ये आरोप
सीआइडी सूत्रों के अनुसार, जांच में सुराग मिला है कि असम के उक्त उद्योगपति के कहने पर झारखंड के विधायकों को कोलकाता में एक कारोबारी द्वारा नकदी मुहैया कराए गए थे, जो विधायकों की गाड़ी से बरामद हुए थे। इधर, सीआइडी का यह भी आरोप है कि जब उसके अधिकारी रविवार को उक्त उद्योगपति के घर नोटिस देने गए तो वहां असम पुलिस द्वारा बाधा दिया गया। सीआइडी का कहना है कि असम पुलिस उनके घर के सामने पहरा दे रही है। इससे पहले सीआइडी ने दावा किया था कि गिरफ्तारी से पहले तीनों विधायक गुवाहाटी गए थे और असम के सीएम के साथ उनकी बैठक हुई थी। झारखंड में गठबंधन की सरकार गिराने के लिए विधायकों की असम के सीएम के संग कथित डील का आरोप है।
गाड़ी से 49 लाख रुपये हुए थे बरामद
इससे पहले सीआइडी ने विधायकों को कोलकाता में पैसा मुहैया कराने वाले यहां के एक कथित हवाला कारोबारी महेंद्र अग्रवाल के कार्यालय में हाल में छापेमारी की थी। छापेमारी में सीआइडी ने कई लाख की नकदी के साथ बड़ी संख्या में चांदी के सिक्के व अन्य दस्तावेज जब्त किए थे। इसके बाद महेंद्र अग्रवाल को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। अब सीआइडी अधिकारी इस मामले में असम के उद्योगपति से पूछताछ कर जानकारी जुटाना चाहते हैं। झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों समेत पांच लोगों को बीते 30 जुलाई को हावड़ा के पांचला थाना क्षेत्र से पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। उनकी गाड़ी से करीब 49 लाख रुपये बरामद हुए थे।
विधायकों ने कलकत्ता हाई कोर्ट में जमानत के लिए लगाई गुहार
विधायकों से बरामद रुपये के बारे में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीआइडी को सौंप दी थी। फिलहाल तीनों विधायक सीआइडी की हिरासत में हैं। तीनों विधायकों ने जमानत के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट में भी गुहार लगाई है, जिसपर आठ अगस्त को सुनवाई की संभावना है। इससे पहले विधायकों ने मामले की सीबीआइ अथवा किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग वाली याचिका दायर की थी, जिसे एकल पीठ ने गुरुवार को खारिज कर दिया था। इस फैसले के खिलाफ उन्होंने खंडपीठ में मामला किया है।