प. बंगाल में माध्यमिक प्रश्नपत्र साझा करने वाले पांच लोगों को सीआईडी ने किया गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से पहले दिन यानी 12 फरवरी को ही प्रश्न पत्र लीक किए जाने के बाद विधाननगर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में गत 12 फरवरी से शुरू हुई माध्यमिक (दसवीं) की परीक्षा में पहले दिन से ही परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे के अंदर से सोशल साइट पर प्रश्नपत्र साझा करने के मामले में राज्य सीआईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सोमवार सुबह सीआईडी के डीआईजी निशात परवेज ने इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से पहले दिन यानी 12 फरवरी को ही प्रश्न पत्र लीक किए जाने के बाद विधाननगर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसकी जांच सीआईडी ने की थी। उसके बाद दूसरे, तीसरे और चौथे दिन भी प्रश्न पत्र इसी तरह से साझा किए गए थे। इसके बाद सीआईडी ने राज्य भर में छापेमारी की है और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो माध्यमिक के ऐसे परीक्षार्थी हैं जिनकी उम्र 18 साल से कम है।
इसलिए सीआईडी ने उनका नाम नहीं बताया। बाकी तीन लोगों की पहचान मालदा जिले के कालियाचक निवासी सहाबुल अमीर (18), कटुआ के निवासी शहबाज मंडल (18) और हुगली जिले के ही पांडुआ बाजार के निवासी सजिदूर रहमान के रूप में हुई है। इनमें से सहाबुल और शाहबाज 12वीं के छात्र हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि इन लोगों ने माध्यमिक का प्रश्न पत्र लीक करने और उसका जवाब तुरंत ढूंढने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था। उस ग्रुप में ये लोग प्रश्न पत्र भेज देते थे और उसमें उत्तर आता था जिसे देखकर ये लोग लिखते थे।
जांच में यह भी साफ हो गया है कि परीक्षा देने के लिए अंदर जाने वाले छात्रों की चेकिंग भी पुख्ता तरीके से नहीं की जाती थी जिसकी वजह से वे मोबाइल लेकर अंदर जाने में न सिर्फ सक्षम होते थे बल्कि प्रश्न पत्र का फोटो खींचकर भेज देते थे। अभी और लोगों की गिरफ्तारी होनी है।
उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी से शुरू हुई माध्यमिक की परीक्षा में अब तक चार विषयों की परीक्षा खत्म हो चुकी है। इसमें पहली भाषा यानी हिंदी, बांग्ला, उर्दू, दूसरी भाषा अंग्रेजी, इतिहास और भूगोल की परीक्षाएं पूरी हुई हैं, इन चारों विषयों की परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे के अंदर सोशल साइट पर प्रश्नपत्र पाया गया था जिसे लेकर शिक्षा विभाग की व्यवस्था पर कई सवाल उठे थे। शिक्षा मंत्री ने तो इस बात से इनकार कर दिया था कि कोई प्रश्न पत्र लीक किया गया है।