मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दावा- बंगाल में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 10 वर्षों में तीन गुना बढ़ा रोजगार
ममता ने नए आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला। उनके मुताबिक टाटा समूह की आईटी कंपनी टाटा कंसल्टिंग सर्विसेज ने 50000 लोगों को नौकरी दी है। वर्ष 2011 में यह संख्या 15 हजार थी। एक झटके में रोजगार तीन गुना हो गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन हुआ है। इस क्षेत्र में काफी संख्या में युवकों और युवतियों को रोजगार मिला है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों में रोजगार तीन गुना हो गया है। मुख्यमंत्री ने ट्वी किया- राज्य सरकार रोजगार सृजन के लिए प्रतिबद्ध है। बंगाल ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोजगार के मामले में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है।
ममता ने नए आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला। उनके मुताबिक टाटा समूह की आईटी कंपनी टाटा कंसल्टिंग सर्विसेज ने 50,000 लोगों को नौकरी दी है। वर्ष 2011 में यह संख्या 15 हजार थी। एक झटके में रोजगार तीन गुना हो गया है। उद्योग व वाणिज्य जगत ने नई सरकार से उद्योग के विकास की आशा जताई है। कुछ को उम्मीद है कि अगले पांच वर्षों में 10 वर्षों के अनुभव का उपयोग करके उद्योग के विकास में और तेजी आएगी। कुछ लोग चाहते हैं कि राज्य सरकार व्यापार और वाणिज्य के विस्तार के लिए पड़ोसी देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए। कुल मिलाकर नई सरकार रोजगार और उद्योगीकरण पर ज्यादा जोर दे, राज्य का उद्योग जगत यही चाहता है।
मुख्यमंत्री खुद कह चुकी हैं कि इस बार उनका टारगेट इंडस्ट्री है। वह रोजगार बढ़ाने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रही हैं। राज्य सरकार का दावा है कि बंगाल पूरे देश की तुलना में रोजगार के मामले में बहुत आगे है। बताते चलें कि बंगाल में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए ममता सरकार अप्रैल में विश्व बांग्ला शिखर सम्मेलन भी आयोजित करने की तैयारी में जुटी है। कोविड-19 के चलते दो साल से विश्व बांग्ला शिखर सम्मेलन आयोजित नहीं हो सका। ऐसे में राज्य सरकार नए साल में बड़े स्तर पर यह सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी कर रही है, ताकि राज्य में अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित किया जा सके।