कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच मुख्यमंत्री ममता का ऐलान, बंगाल में जुलाई में नहीं खुलेंगे स्कूल
संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 जून तक स्कूल- कॉलेजों में पहले से ही छुट्टी है लेकिन जो इस स्थिति है उसमें जुलाई में भी स्कूल नहीं खुल सकेगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि जो अभी हालात हैं उसको देख कर जुलाई में भी स्कूलों के खुलने की संभावना नहीं दिख रही है। राज्य सचिवालय नवान्न में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 जून तक स्कूल- कॉलेजों में पहले से ही छुट्टी है लेकिन जो इस स्थिति है उसमें जुलाई में भी स्कूल नहीं खुल सकेगा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान निजी स्कूलों से इस साल फीस में वृद्धि नहीं करने की भी अपील की। उन्होंने निजी स्कूलों द्वारा जो अतिरिक्त शुल्क सालाना लिया जाता है उसे भी माफ करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी लोगों के हाथ में पैसा नहीं है। केंद्र पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पहले नोटबंदी किया उसके बाद घर बंदी के कारण लोगों का रोजी- रोजगार सब चौपट हो गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार के सरकारी दफ्तरों में अब से 2 शिफ्टों में काम होगा। उन्होंने गुरुवार से ही न्यू अटेंडेंस रूल राज्य सरकार के दफ्तरों में लागू करने की बात कही। ममता ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट और सरकारी कार्यालयों में भीड़ को कम करने व शारीरिक दूरी के नियमों का सही से पालन हो इसके लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि उप सचिव स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पहला शिफ्ट सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक का होगा।
वहीं, दूसरा शिफ्ट दोपहर 12:30 से 5:30 तक का होगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद देर शाम राज्य सरकार की ओर से इस बाबत आदेश भी जारी कर दिया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने निजी क्षेत्रों से भी अपील की कि यदि आवश्यक न हो तो वर्क फ्रॉम होम जारी रखें। ममता ने यह भी कहा कि जिस तरह से कोरोना बढ रहा है वह चिंता का विषय है। उन्होंने बसों में सीट के बराबर ही यात्रियों के चढ़ने की भी अपील की। लॉकडाउन में छूट के बाद परिवहन को लेकर लोगों को हो रही समस्याओं के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका समाधान भी जब निकालने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले श्रमिकों को अब सिर्फ 7 दिन तक ही क्वॉरेंटाइन रखा जाएगा। इस दौरान टेस्ट में यदि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तभी उसका इलाज किया जाएगा नहीं तो बाकी को छोड़ दिया जाएगा।