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Coal Scam Case: कोयला तस्करी में बंगाल में 13 स्थानों पर सीबीआइ का छापा

Coal Scam Case सीबीआइ ने मंडल माजी और अमिया स्टील नामक एक कंपनी के परिसरों में तलाशी ली। सीबीआइ ने कुछ दिन पहले ही कोयला तस्करी के मामले में कारोबारी और युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा व्यवसायी अमित सिंह और नीरज सिंह के आवासों पर छापेमारी की थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 19 Feb 2021 08:45 PM (IST)Updated: Fri, 19 Feb 2021 08:45 PM (IST)
Coal Scam Case: कोयला तस्करी में बंगाल में 13 स्थानों पर सीबीआइ का छापा
कोयला तस्करी में बंगाल में 13 स्थानों पर सीबीआइ का छापा। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Coal Scam Case: कोयला के अवैध खनन व तस्करी के मामले में सीबीआइ ने शुक्रवार को बंगाल में 13 स्थानों पर छापेमारी की। इनमें कोयले के अवैध खनन व तस्करी में शामिल जयदेव मंडल और लंबे समय से फरार चल रहे कोयला माफिया अनूप माजी उर्फ लाला के ठिकाने भी शामिल हैं। कोलकाता, पुरुलिया, पश्चिम बर्धमान, और बांकुड़ा में तलाशी अभियान चलाया गया। बताया गया है कि सीबीआइ ने मंडल, माजी और अमिया स्टील नामक एक कंपनी के परिसरों में तलाशी ली है। इससे पहले सीबीआइ ने कुछ दिन पहले ही कोयला तस्करी के मामले में कारोबारी और युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता विनय मिश्रा, व्यवसायी अमित सिंह और नीरज सिंह के तीन आवासों पर छापेमारी की थी। हालांकि कोई भी घर पर मौजूद नहीं था। मिश्रा समेत अन्य के नाम पर लुकआउट नोटिस भी जारी है। कई बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर भी हाजिर न होने पर विनय मिश्रा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है। सीबीआइ ने अनूप माजी उर्फ लाला की संपत्तियों को जब्त करने के लिए हाई कोर्ट में अपील की है। आरोप है कि कोयला माफिया लाला अवैध रूप से खनन कर कोयले की तस्करी कर रहा था।

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गौरतलब है कि कोयला तस्करी कांड की जांच में जुटी सीबीआइ ने आसनसोल-दुर्गापुर औद्योगिक क्षेत्र समेत दक्षिण बंगाल में स्थित 100 से अधिक कारखानों को नोटिस भेजा था। सीबीआइ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन कारखानों में गिरोह का सरगना लाला चोरी के कोयले की आपूर्ति करता था।सीबीआइ को पता चला है कि लाला सिर्फ छोटे-बड़े निजी कारखानों को ही नहीं बल्कि सेल जैसी बड़ी सरकारी संस्था के एक कारखाने को भी अपने नियंत्रण में लेने की फिराक में था। लाला के नेतृत्व में जो सिंडिकेट चलता था, वह विभिन्न कारखानों में हजारों टन कोयले की आपूर्ति करता था। आसनसोल, दुर्गापुर, जमुरिया, रानीगंज, बांकुड़ा जिले के बारजोड़ा, मेजिया और पुरुलिया के विभिन्न कारखानों में चोरी के कोयले की आपूर्ति की जाती थी। उन कारखानों के मालिकों को नोटिस भेजा गया है। सीबीआइ जानना चाहती है कि वे लाला से कोयला क्यों खरीदते थे। इसे लेकर उनपर क्या किसी तरह का दबाव था या फिर कम कीमत पर उनकी आपूर्ति की जाती थी।उनके पास किस तरह से और कितना कोयला आता था और उन्हें कितने कोयले की जरूरत पड़ती थी। सीबीआइ सेल के कुछ अधिकारियों और सीआइएसएफ की भूमिका भी खंगाल रही है।


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