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Icore Chit Fund Scam: ममता सरकार के एक और मंत्री मानस भुइयां को सीबीआइ का नोटिस

Icore Chit Fund Scam सीबीआइ के अधिकारी आइकोर समूह के प्रमुख के साथ ममता सरकार के मंत्री मानस भुइयां के संबंधों को लेकर पूछताछ करेंगे। इसी चिटफंड मामले में सीबीआइ ने पिछले दिनों ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी से पूछताछ की थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 02:57 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 02:57 PM (IST)
Icore Chit Fund Scam: ममता सरकार के एक और मंत्री मानस भुइयां को सीबीआइ का नोटिस
ममता सरकार के एक और मंत्री मानस भुइयां को सीबीआइ का नोटिस। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। आइकोर चिटफंड घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( सीबीआइ) ने पूछताछ के लिए ममता सरकार के एक और मंत्री मानस भुइयां को तलब किया है। मानस को सोमवार को केंद्रीय जांच एजेंसी के साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया है। आइकोर के एक कार्यक्रम का पुराना वीडियो सामने आया था, जिसमें मानस भुइयां ग्रुप के समर्थन में वक्तय्य रखते दिख रहे हैं। सीबीआइ के अधिकारी आइकोर समूह के प्रमुख के साथ मानस भुइयां के संबंधों को लेकर पूछताछ करेंगे। इसी चिटफंड मामले में सीबीआइ ने पिछले दिनों ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी से पूछताछ की थी। आइकोर घोटाले में अब तक जिन लोगों ने पूछताछ की गई है, उनमें से कुछ ने भी मानस भुइयां का नाम सामने उल्लेख किया है।

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इसी को देखते हुए सीबीआइ अब तृणमूल नेता से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। सीबीआइ का मानना है कि मानस भुइयां से पूछताछ करने पर मामले से जुड़ीं कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लग सकती हैं। उक्त वीडियो में एक और प्रभावशाली व्यक्ति नजर आ रहे हैं। उससे भी जल्द पूछताछ की जा सकती है। गौरतलब है कि पिछले दिनों आइकोर चिटफंड घोटाले में बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी से उद्योग भवन में सीबीआइ के अधिकारियों ने लगभग दो घंटे तक पूछताछ की थी। पार्थ चटर्जी को आइकोर चिटफंड कंपनी के अनेक कार्यक्रमों में देखा गया था तथा कंपनी के प्रमुख के साथ उनके अच्छे संबंध थे। सीबीआइ से पहले अप्रैल में प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने उन्हें नोटिस भेजा था, लेकिन वह चुनाव प्रचार में व्यस्त होने का हवाला देकर जांच एजेंसी के दफ्तर में नहीं गए थे।

2015 में आइकोर चिटंफड घोटाला सामने आया था। पहले जांच का जिम्मा सीआइडी को सौंपा गया था, जिसने मामले में आइकोर ग्रुप के प्रमुख अनुकूल माइती, उनकी पत्नी व ग्रुप के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया था। बाद में जांच का जिम्मा सीबीआइ को सौंप दिया गया था। आइकोर समूह ने बंगाल, ओडिशा, असम, झारखंड और बिहार के लाखों लोगों के करोड़ों रुपये गबन कर लिए हैं। गत 17 अगस्त को ईडी ने आइकोर चिटफंड समूह के प्रमुख रहे दिवंगत अनुकूल माइती की पत्नी कणिका माइती को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने कई सारे दस्तावेज भी जमा कराए हैं जिसमें इन दोनों नेताओं के संबंधों की जानकारी मिली है। 


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