Coal Smuggling Case: सीबीआइ ने कोयला तस्करी मामले में लाला की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की
Coal Smuggling Case कोयला तस्करी मामले में सीबीआइ ने राज्य के चार जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर सहयोग मांगा है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने चार जिलों में कम से कम 70 स्थानों पर लाला की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने बुधवार को कोयला तस्करी मामले में सरगना अनूप माजी उर्फ लाला की संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीबीआइ ने राज्य के चार जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर उनका सहयोग मांगा है। सीबीआइ सूत्रों के अनुसार बर्द्धमान, पुरुलिया, उत्तर 24 परगना और बांकुड़ा के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजे गए हैं। सीबीआइ ने चार जिलों में कम से कम 70 स्थानों पर लाला की संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
18 फरवरी को सीबीआइ ने आसनसोल में एक विशेष सीबीआइ अदालत में एक आवेदन किया था, जिसमें लाला की संपत्ति को जब्त करने की मांग की गई थी। सुनवाई के अंत में अदालत ने आवेदन को मंजूरी दे दी। उसके बाद सीबीआइ ने अदालत के निर्देशानुसार लाला की संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की। पिछले दिसंबर में सीबीआइ ने कोयला तस्करी मामले के मुख्य आरोपित लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि वह विदेश भाग न सके। इसके अलावा सीबीआइ ने लाला के सहयोगी नीरज सिंह को भी तलब किया था।सीबीआइ कई बार कोलकाता और पुरुलिया में छापा मारकर लाला को नहीं पकड़ पाई।
अनुमान है कि लाला पहले ही मुंबई भाग गया है। सीबीआइ के कोलकाता कार्यालय ने मुंबई में सीबीआइ अधिकारियों को सतर्क किया है। हाल ही में लाला के करीबी एक व्यक्ति बामापद दे को सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया गया था। उसे सीबीआइ के दफ्तर में लाया गया। सूत्रों के मुताबिक कोयला तस्करी की जांच के लिए उसके पास कई महत्वपूर्ण जानकारी हो सकती है। किन लोगों के जरिए अनूप माजी उर्फ लाला और तृणमूल नेता विनय मिश्रा तक पैसा पहुंचता था, ईडी और सीबीआइ लंबे समय से इस मामले की जांच कर रहे हैं। सूची में कोलकाता के 26 व्यापारियों के नाम शामिल हैं।
ईडी पहले ही उनमें से 10 लोगों से पूछताछ कर चुका है। उनके घर की तलाशी ली गई है। वहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। इन व्यापारियों के खाते में लाला और विनय मिश्रा के पैसे के लेनदेन के साक्ष्य भी पाए गए हैं। यह पता चला है कि इन व्यापारियों के माध्यम से पैसा विनय मिश्रा और अनूप माजी तक पहुंचता था।