Move to Jagran APP

कृषि विधेयकों पर चर्चा के लिए बंगाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग, वाम मोर्चा कांग्रेस ने ममता को लिखा पत्र

माकपा नीत वाम मोर्चा कांग्रेस ने कहा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संसद से पारित ‘‘किसान विरोधी और श्रमिक विरोधी’’ विधेयकों पर चर्चा के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। मुख्यमंत्री को संयुक्त पत्र लिखा है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 06:15 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 06:15 PM (IST)
कृषि विधेयकों पर चर्चा के लिए बंगाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग, वाम मोर्चा कांग्रेस ने ममता को लिखा पत्र
माकपा नीत वाम मोर्चा कांग्रेस ने कहा है विधेयकों पर चर्चा के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : माकपा नीत वाम मोर्चा कांग्रेस ने कहा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संसद से पारित ‘‘किसान विरोधी और श्रमिक विरोधी’’ विधेयकों पर चर्चा के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। नेता विपक्ष अब्दुल मन्नान और वाम मोर्चा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री को लिखे संयुक्त पत्र में कहा कि वे जनहित में इन मुद्दों पर विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस द्वारा लाए जाने वाले किसी भी प्रस्ताव का हिस्सा बनने को तैयार हैं। 

loksabha election banner

केंद्र सरकार के विनाशकारी कदमों के खिलाफ तत्काल कोई प्रस्ताव स्वीकार करना आवश्यक

पत्र में कहा गया है, ‘‘वर्तमान परिस्थितियों में केंद्र सरकार के विनाशकारी कदमों के खिलाफ तत्काल कोई प्रस्ताव स्वीकार किया जाना अत्यावश्यक है।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘संसद में मानसून सत्र के दौरान जिस तरह से किसान विरोधी और श्रमिक विरोधी विधेयक पारित किए गए, वह असंसदीय, अलोकतांत्रिक और देश के लिए अत्यंत खतरनाक है।’’ पत्र में मांग की गई है कि मुख्यमंत्री को संसद से पारित विधेयकों पर चर्चा के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए।

विजयवर्गीय ने ममता को दी चुनौती, साबित करें कृषि विधेयक किसानों के लिए नुकसानदेह

कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को को चुनौती दी है कि वह साबित करें कि कृषि क्षेत्र से संबंधित दो विधेयक किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे। संसद ने हाल में इन विधेयकों को पारित किया है। विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि संसद में विधेयकों के पारित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस बेचैन हो गई, क्योंकि पार्टी बिचौलियों को संरक्षण देती है जो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से वंचित करते हैं और उनका मुनाफा छीन लेते हैं।

विधेयक किसानों को एमएसपी से वंचित करेंगे और देश को भुखमरी की कगार पर ले जाएंगे

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने दावा किया है कि विधेयक किसानों को एमएसपी से वंचित करेंगे और देश को भुखमरी की कगार पर ले जाएंगे। विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘विधेयक के पारित होने के बाद, छोटे और हाशिए पर पड़े किसान अपनी उपज को देश में कहीं बेच सकते हैं और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी।" 

विजयवर्गीय का आरोप-अगर किसानों का उत्पीड़न रुकता है, ममता की पार्टी गुस्सा हो जाएगी

उन्होंने आरोप लगाया कि इससे तृणमूल कांग्रेस का नेतृत्व चिंतित हो गया, क्योंकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्टी द्वारा समर्थित सोसाइटी बहुत कम दाम पर सीधे किसानों से उपज खरीदती हैं। विजयवर्गीय ने आरोप लगाया, " अगर किसानों का उत्पीड़न रुकता है तो ममता बनर्जी की पार्टी गुस्सा हो जाएगी। वे किसानों की परेशानियों पर सिर्फ बयान देते हैं।"


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.