बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा पर तस्करों के मंसूबों को नाकाम कर 60 किलोग्राम चांदी के आभूषण किए जब्त
जब्त चांदी की कीमत 30 लाख रुपये से अधिक उत्तर 24 परगना जिले के रास्ते बांग्लादेश में की जा रही थी तस्करी बीएसएफ ने जब्त आभूषणों को कस्टम आफिस पेट्रापोल को सौंप दिया है। बीएसएफ के अनुसार जब्त चांदी की अनुमानित कीमत 30 लाख 38 हजार 400 रुपये है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करों के मंसूबों को ध्वस्त करते हुए 60 किलोग्राम चांदी के आभूषण की एक बड़ी खेप जब्त किए है। बीएसएफ की ओर से रविवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि तस्कर जब्त चांदी के आभूषणों को सीमा चौकी तेंतुलबेरिया, 158वीं वाहिनी, उत्तर 24 परगना के क्षेत्र से भारत से बांग्लादेश ले जाने का प्रयास कर रहा था। यह घटना शनिवार शाम की है।
बयान के मुताबिक, 15 जनवरी को बल के खुफिया शाखा की पुख्ता जानकारी के आधार पर सीमा चौकी तेंतुलबेरिया, 158वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक बताए हुए संदिग्ध इलाके में एक तलाशी अभियान चलाया। शाम के समय गरजला प्राथमिक विद्यालय के नजदीक एक बांस की झाड़ी के पास से प्लास्टिक के तीन बड़े बैग (पोटला) बरामद हुए जिसके अंदर से 60 किलोग्राम चांदी के आभूषण मिले। बीएसएफ के अनुसार जब्त चांदी की अनुमानित कीमत 30 लाख 38 हजार 400 रुपये है। अधिकारियों का कहना है कि बांग्लादेश में तस्करी के उद्देश्य से इन आभूषणों को बांस की झाड़ी के पास तस्करों द्वारा छिपा कर रखा गया था। मौका मिलते ही सीमा पार कराकर पड़ोसी देश में इसकी तस्करी कर दी जाती।
बीएसएफ ने जब्त आभूषणों को कस्टम आफिस पेट्रापोल को सौंप दिया है। इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए 158वीं वाहिनी के जवानों की पीठ थपथपाई है।उन्होंने कहा कि इस प्रकार की तस्करी को रोक पाना केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।उन्होंने कहा कि जब्त चांदी के पीछे किसका हाथ है उसका पता लगाने के लिए खुफिया विभाग काम कर रहा है।