बीएसएफ ने सीमा से 303 किलो लाल चंदन की लकड़ी व फेंसिडिल कफ सिरप की बड़ी खेप जब्त की
बड़ी सफलता रात के अंधेरे में इचछामती नदी के माध्यम से बांग्लादेश में की जा रही थी तस्करी चंदन की लकड़ी की कीमत 39 लाख रुपये से अधिक बीएसएफ ने जब्त की गई फेंसेडिल की बोतलें तथा चंदन की लकड़ी को कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तस्करी को नाकाम करते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से 303 किलोग्राम वजन की लाल चंदन की लकड़ी एवं 4,994 बोतल प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप की बड़ी खेप जब्त किया है। बीएसएफ के अनुसार, जब्त संदिग्ध लाल चंदन की लकड़ी की अनुमानित कीमत 39 लाख 39 हजार रुपये जबकि फेंसिडिल की कीमत 8,47,431 रुपये है।
इन वस्तुओं को रात के अंधेरे में उत्तर 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी गुनारमठ, 158वीं बटालियन के क्षेत्र से होकर इच्छामती नदी के माध्यम से तस्करी के लिए बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।बीएसएफ द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 10 दिसंबर को प्राप्त विश्वस्त खुफिया सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी गुनारमठ, 158वीं बटालियन, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित इच्छामति नदी के पास एक विशेष तलाशी अभियान चलाया।
रात लगभग 11:30 बजे, जवानों ने इच्छामति नदी में जलकुंभी के पास संदेहजनक हरकत देखी जिसके बाद शक होने पर उन्होंने रेडियो सेट के माध्यम से कंपनी कमांडर को सूचित किया। त्वरित कार्रवाई करते हुए कंपनी कमांडर तुरंत बताए गए स्थान पर स्पीड बोट की मदद से पहुंचे तथा तलाशी शुरू कर दी। तलाशी के दौरान जलकुंभियों के नीचे से प्लास्टिक के पैकेट बरामद किए गए। इन पैकेटों से 4,994 फेंसिडिल की बोतलें एवं मौके से 303 किलोग्राम वजन के 26 पीस लाल चंदन की लकड़ी जब्त किया गया। हालांकि तस्कर मौके से भागने में कामयाब रहा।
बीएसएफ की नजरों से बचने के लिए जलकुंभी के नीचे सामानों को छिपाया था
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ जवानों की नजरों से बचने के लिए तस्करों ने जलकुंभी के नीचे इन वस्तुओं को छिपा दिया था और मौका मिलते ही वे इसे नदी के माध्यम से बांग्लादेश सीमा में दाखिल करा देते। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जब्त की गई फेंसेडिल की बोतलें तथा चंदन की लकड़ी को कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया है।
इधर, कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर, सुरेंद्र सिंह, 158वीं वाहिनी, सीमा सुरक्षा बल ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है, जिसके परिणामस्वरूप फेंसिडिल और चंदन की लकड़ी की इतनी बडी खेप की तस्करी को नाकाम किया गया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर मौजूद उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। बताते चलें कि फेंसिडिल कफ सिरप का बांग्लादेश में लोग नशे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं।