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बीएसएफ ने सीमा से दुर्लभ प्रजाति के चार टूकान पक्षियों को तस्करी से बचाया, लाखों में है इनकी कीमत

दक्षिण बंगाल बॉर्डर के रास्ते हाल के दिनों में दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी की घटनाएं बढ़ गई है। जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के चार टूकान पक्षियों को जब्त किया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 09:49 AM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 01:14 PM (IST)
बीएसएफ ने सीमा से दुर्लभ प्रजाति के चार टूकान पक्षियों को तस्करी से बचाया, लाखों में है इनकी कीमत
मध्य व दक्षिण अमेरिकी देश में पाए जाते हैं यह दुर्लभ प्रजाति टूकान पक्षी, लाखों में है कीमत।।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के चार टूकान पक्षियों को जब्त किया है। इन विदेशी पक्षियों को उत्तर 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी खरारमठ, 158वीं बटालियन के क्षेत्र से अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराकर भारत में तस्करी की कोशिश की जा रही थी।

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अधिकारियों ने बताया कि यह पक्षी मूल रूप से मध्य व दक्षिण अमेरिकी देशों में पाए जाते हैं। टूकान पक्षियों की चोंच काफी लंबी और रंग बिरंगी होने के कारण यह काफी मशहूर है। यह देखने में काफी आकर्षक और सुंदर होते हैं। इनकी लगभग 40 अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक टुकान पक्षी की कीमत लाखों में है। बीएसएफ की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में बताया गया कि 2 दिसंबर की रात लगभग 8 बजे खुफिया जानकारी के आधार पर सीमा चौकी खरारमठ इलाके में जवानों ने निगरानी शुरू की। जवानों ने वहां पर कुछ संदिध व्यक्तियों की हरकत देखी जो की अपने साथ पक्षियों का पिंजरा लिए भारत की तरफ बढ़ रहे थे।

सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उन्हें चुनौती दी और पकड़ने  की कोशिश की, परन्तु वो  जवानों को देखते ही वहां से भाग गए। इलाके की गहन तलाशी के दौरान एक पिंजरा मिला जिसमें 4 विदेशी पक्षी टूकान थे। बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए पकड़े गए विदेशी पक्षियों को डायरेक्टर जूलॉजिकल गार्डन, अलीपुर, कोलकाता को सौंपा दिया है। 

दक्षिण बंगाल बॉर्डर के रास्ते दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी बढ़ी 

इधर, 158वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने अपने जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप विदेशी पक्षियों को पकड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यह केवल उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर प्रदर्शित की गई सतर्कता के कारण ही संभव हो सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि आइजी दक्षिण बंगाल सीमांत, बीएसएफ द्वारा शुरू किए गए अभियान के तहत सीमा पर होने वाले अपराधों के लिए जीरो टॉलरेंस के संकल्प को पूरा करने के लिए उनके सैनिक पूरी तरह से दृढ़ हैं और प्रतिबद्ध हैं। बताते चलें कि दक्षिण बंगाल बॉर्डर के रास्ते हाल के दिनों में दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी की घटनाएं बढ़ गई है। हालांकि बीएसएफ के जवान तस्करों के मंसूबे को लगातार नाकाम कर रहे हैं।


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