बीएसएफ ने बंगलादेशी युवती को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया, एक मानव तस्कर भी गिरफ्तार
अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक बांग्लादेशी युवती को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया है। बीएसएफ ने मानव तस्करी में शामिल एक दलाल को भी गिरफ्तार किया है
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक बांग्लादेशी युवती को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया है। मौके से बीएसएफ ने मानव तस्करी में शामिल एक दलाल को भी गिरफ्तार किया है जो युवती को अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराकर भारत में प्रवेश कराने की कोशिश कर रहा था।
एक बयान में बताया गया कि यह घटना आइसीपी घोजाडांगा इलाके की है जहां से युवती को मुक्त कराया गया। 22 वर्षीय युवती बांग्लादेश के सतखिरा जिले की रहने वाली है। वहीं, पकड़े गए दलाल का नाम मुस्तफिजुर सरदार (28) है। वह उत्तर 24 परगना के बसीरहाट थाना अंतर्गत गोजाडंगा, काजीपारा गांव का ही रहने वाला है। उसने बीएसएफ को बताया कि एक बांग्लादेशी दलाल के साथ मिलकर युवती को सीमा पार कराया था। युवती के पास से एक नकली भारतीय आधार कार्ड भी मिला है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि बांग्लादेशी दलाल हफीजुल ने बांग्लादेश में आरिफा बीबी के नाम से यह फर्जी आधार कार्ड बनाया था जिसमें पति के रूप में पकड़े गए दलाल का नाम दर्ज करवाया था और उसे उसकी बीबी बनाया था। ऐसा उसने बीएसएफ की आंखों में धूल झोंकने के लिए किया था।
इधर, बीएसएफ अधिकारियों को आशंका है कि भारत में देह व्यापार के लिए युवती को बांग्लादेश से लाया जा रहा था।उनके अनुसार, अक्सर देखा जाता है कि बांग्लादेशी युवतियों को सीमा पार कराने के बाद भारत में देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता है। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई व जांच के लिए पकड़े गए भारतीय दलाल और बांग्लादेशी युवती को बसीरहाट पुलिस स्टेशन को सौंप दिया है।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
अधिकारियों ने बताया कि एक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए 3 सितंबर की शाम को सीमा चौकी घोजाडांगा,153 वाहिनी, बीएसएफ सेक्टर कोलकाता के जवानों ने एक विशेष तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान गस्ती दल ने एक संदिग्ध मोटरसाइकिल से एक व्यक्ति को एक युवती के साथ उत्तरपाड़ा , घोजडांगा गांव की तरफ आते हुए देखा जो आइसीपी पुल पार कर बशीरहाट की तरफ जाने का प्रयास कर रहा था। जब बीएसएफ पार्टी ने पूछताछ के उद्देश्य से उन्हें रोका तो वे भागने कि कोशिश करने लगे लेकिन जवानों ने उनका पीछा कर पकड़ लिया।
पूछताछ में भारतीय दलाल मुस्तफिजुर सरदार ने खुलासा किया कि वह बांग्लादेश से भारत की ओर अवैध रूप से महिलाओं को सीमा पार करने में सहायता करता है। आज वह हफीजुल (बंगलादेशी दलाल) के साथ मिलकर युवती को बांग्लादेश से भारत में अवैध तरीके से लेकर आ रहा था , जिसके लिये उसने हफीजुल से 4,000 रुपये लिये थे। वहीं, प्रारंभिक पूछताछ में बांग्लादेशी युवती ने खुलासा किया कि वह बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले मे जाने के लिए दलाल मुस्तफिजुर सरदार की मदद से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की थी। उसने यह भी बताया कि उसने बांग्लादेशी दलाल को इसके लिए 8,000 रुपये दिए थे। पूछताछ में यह भी पता चला है कि यह महिला पहले भी भारत में आई थी और अपनी बहन के साथ पूर्व मेदिनीपुर में रही थी।
बीएसएफ के अनुसार, हालांकि जांच में इस युवती ने विशेष सहयोग नहीं किया। वह जानबूझकर कई प्रश्नों के उत्तर देने से बचती रही। विश्वस्त सूत्रों को यह आशंका है कि मानव तस्करी के गिरोह द्वारा नौजवान युवतियों को जिस्मफरोशी के धंधे में झोंका जाता है क्योंकि जो दलाल पकड़ा गया है उसने यह बात कबूल की है कि वह नौजवान बांग्लादेशी महिलाओं की तस्करी कई वर्षों से कर रहा है। इसीलिए यह आशंका है कि इस युवती को भी देह व्यापार में कहीं झोंका जा सकता था, लेकिन बीएसएफ ने उसे इसमें फंसने से बचा लिया।
क्या कहते हैं बीएसएफ अधिकारी
इधर, 153वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर जवाहर सिंह नेगी ने अपने जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप एक दलाल को पकड़ा गया, साथ ही एक बांग्लादेशी महिला को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।