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Cattle smuggling: गंगा नदी के रास्ते नाव से बांग्लादेश ले जाये जा रहे 41 मवेशियों को BSF ने बचाया

Cattle smuggling बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बीएसएफ 41 मवेशियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 22 Aug 2020 02:32 PM (IST)Updated: Sat, 22 Aug 2020 02:32 PM (IST)
Cattle smuggling: गंगा नदी के रास्ते नाव से बांग्लादेश ले जाये जा रहे 41 मवेशियों को BSF ने बचाया
Cattle smuggling: गंगा नदी के रास्ते नाव से बांग्लादेश ले जाये जा रहे 41 मवेशियों को BSF ने बचाया

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए 41 मवेशियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। इनमें से 14 मवेशियों को नाव में छिपाकर गंगा नदी के रास्ते बांग्लादेश ले जाने की कोशिश की जा रही थी। बीएसएफ ने नाव को जब्त करने के साथ मौके से दो पशु तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। 

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 बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि दोनों से पूछताछ में पशु तस्करों के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। बताया गया कि 20/21 अगस्त की रात को मुर्शिदाबाद जिले के बॉर्डर आउटपोस्ट- खासमहल इलाके में 141वीं बटालियन के जवानों ने एक खुफिया सूचना पर गंगा नदी के किनारे निगरानी शुरु की। रात करीब 11:30 बजे बीएसएफ के गश्ती दल ने 4 से 5 उपद्रवियों की संदिग्ध हरकतों को देखा, जो एक लकड़ी के इंजन युक्त देशी नाव में मवेशियों को भरकर गंगा नदी के रास्ते बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहे थे। सतर्क जवानों ने तस्करों को चुनौती दी और उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने बांग्लादेश की ओर मवेशियों के साथ भागने की कोशिश की। बीएसएफ के जवानों ने उनका पीछा किया और नाव सहित 14 मवेशियों के साथ दो तस्करों को पकड़ने में सफल रहे। बाकी तस्कर अंधेरे और जूट की ऊंची फसलों का लाभ उठाकर बांग्लादेश की ओर भागने में कामयाब रहे। 

 पकड़े गए दोनों तस्करों को मवेशियों के साथ बीओपी लाया गया। पूछताछ में एक तस्कर ने अपना नाम सम्राट शेख (21), गांव- काकमारी चार, थाना- सागर पारा, जिला- मुर्शिदाबाद बताया। वहीं, दूसरा तस्कर बांग्लादेश के राजशाही जिले का रहने वाला है।उसका नाम मोहम्मद अब्दुल खालिक है।

 दिल्ली में करता था राजमिस्त्री का काम, लॉकडाउन में करने लगा तस्करी 

 मुर्शिदाबाद निवासी सम्राट शेख ने खुलासा किया कि वह पिछले 2 वर्षों से दिल्ली के आयानगर मेट्रो स्टेशन के पास राजमिस्त्री के रूप में काम कर रहा था। लेकिन कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन के दौरान वह अपने पैतृक गांव वापस लौट गया। यहां लौटने के बाद वह मवेशियों की तस्करी की गतिविधियों में शामिल हो गया क्योंकि इस में आसानी से पैसा मिल जाता है। 

 आधा दर्जन से ज्यादा तस्करों के नामों का खुलासा 

 गिरफ्तार किए गए दोनों तस्करों ने पूरे तस्करी के नेटवर्क में शामिल आधा दर्जन से ज्यादा तस्करों के नामों का खुलासा किया है, जो भारत के साथ-साथ बांग्लादेश के सीमा क्षेत्र में पशु तस्करी में सक्रिय हैं। तलाशी के दौरान बांग्लादेशी तस्कर के पास से एक सैमसंग मोबाइल जिसमें बांग्लादेशी सिम के साथ बरामद किया गया। इसके अलावा नाव से जब्त 6 बड़े भैंसा और 8 मध्यम भैंसा की अनुमानित कीमत 2,57,658 रुपये है। वहीं इंजन बोट का मूल्य करीब 2 लाख रुपये है।

 बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पकड़े गए दोनों तस्करों और जब्त किए गए इंजन बोट, मोबाइल आदि को पुलिस स्टेशन-सागरपारा को सौंप दिया है। इसके अलावा दक्षिण बंगाल बॉर्डर इलाके से जवानों ने 27 और मवेशियों को तस्करों के चंगुल से बचाया। गौरतलब है कि इस साल अब तक दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने 3,339 मवेशियों को बांग्लादेश में तस्करी से बचाने में कामयाबी हासिल की है।


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