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बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से 37 विदेशी पक्षियों को तस्करी से बचाया, जब्त पक्षियों को कस्टम ऑफिस सौंपा

विशेष सूचना मिलने पर बीएसएफ जवानों ने विशेष तलाशी अभियान चलाया। गुरुवार रात गांव पिपली के पास वन क्षेत्र में कुछ संदिग्ध व्यक्ति बैठे देखे। इधर बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर के जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त। उनके जवान पूरी तरह से सीमा पर अपराधों को रोकने को पूर्णत प्रतिबद्ध।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 07:49 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 11:18 PM (IST)
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से 37 विदेशी पक्षियों को तस्करी से बचाया, जब्त पक्षियों को कस्टम ऑफिस सौंपा
उत्तरी 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी पिपली, 158वीं बटालियन के जिम्मेवारी के इलाके से तस्करी प्रयास।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए 37 विदेशी पक्षियों को तस्करों के चंगुल से बचाया। इन पक्षियों को तस्करों द्वारा उत्तरी 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी पिपली, 158वीं बटालियन के जिम्मेवारी के इलाके से गुरुवार को बांग्लादेश से भारत में तस्करी का प्रयास किया जा रहा था। घने वनस्पतियों की तलाशी के बाद जवानों ने मौके से तीन पिंजरे बरामद किए जिसमें दुर्लभ प्रजाति के 37 विदेशी पक्षी थे।  बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए जब्त पक्षियों को कस्टम ऑफिस पेट्रापोल के माध्यम से निदेशक प्राणी उद्यान, अलीपुर, कोलकाता को सौंप दिया है। 

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विशेष सूचना मिलने पर बीएसएफ जवानों ने विशेष तलाशी अभियान चलाया

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय जारी बयान के मुताबिक, विदेशी पक्षियों की तस्करी के संबंध में विशेष सूचना पर सीमा चौकी पिपली, 158 बटालियन, सेक्टर कोलकाता के अंतर्गत बीएसएफ जवानों ने विशेष तलाशी अभियान चलाया। 

गुरुवार रात गांव पिपली के पास वन क्षेत्र में कुछ संदिग्ध व्यक्ति बैठे देखे गए

गुरुवार रात लगभग 8:30 बजे जवानों ने गांव पिपली के पास वन क्षेत्र में कुछ संदिग्ध व्यक्ति को बैठे देखने पर उन्हें चुनौती दी।जवानों को देख तस्कर घने वनस्पतियों का फायदा उठाकर अलग-अलग दिशाओं में मौके से भागने में सफल रहे। 

इधर, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर के जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त

इधर, 158वीं बटालियन, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर आरएस भंडारी ने अपने जवानों की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह  ड्यूटी पर मौजूद उनके जवानों की मुस्तैदी का प्रमाण हैं। 

उनके जवान पूरी तरह से सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध

उन्होंने आश्वासन दिया कि उनके जवान पूरी तरह से सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए आइजी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से चल रहे "शून्य तस्करी" के संकल्प को पूरा करने के लिए पूर्णतया प्रतिबद्ध हैं।


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