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बीएसएफ ने भारत- बांग्लादेश सीमा पर 140 तोते को तस्करी से बचाया, तस्कर भी गिरफ्तार

तस्करी के उद्देश्य से उत्तर 24 परगना के सीमावर्ती क्षेत्र से होकर ले जाया जा रहा था बांग्लादेश।13 जनवरी गुरुवार को प्राप्त विश्वस्त सूचना के आधार पर सीमा चौकी तराली 112वीं वाहिनी सेक्टर- कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक एक एम्बुश लगाया।

By Priti JhaEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 02:53 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 02:53 PM (IST)
बीएसएफ ने भारत- बांग्लादेश सीमा पर 140 तोते को तस्करी से बचाया, तस्कर भी गिरफ्तार
बांग्लादेश सीमा से बड़ी संख्या में तोते के साथ गिरफ्तार युवक। सौजन्य :: बीएसएफ

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास वन्यजीवों की तस्करी को नाकाम करते हुए बड़ी संख्या में तोते को तस्करी से बचाने के साथ एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया गया कि तस्कर के पास से जब्त आठ पिंजड़ों से कुल 140 तोते बरामद किया गया है। इन सभी तोतों को सीमा चौकी तराली, उत्तर 24 परगना के इलाके से तस्करी के उद्देश्य से भारत से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।

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बयान के मुताबिक, 13 जनवरी, गुरुवार को प्राप्त विश्वस्त सूचना के आधार पर सीमा चौकी तराली, 112वीं वाहिनी, सेक्टर- कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक एक एम्बुश लगाया। सुबह लगभग 5:15 बजे एम्बुश पार्टी ने कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की हरकतें देखी जो अपने कंधे पर बैग लिए हुए तराली गांव की तरफ जाने का प्रयास कर रहे थे। एम्बुश पार्टी ने उन्हें चुनौती दी, तो वे भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन जवानों ने उनका पीछा किया और उनमें से एक तस्कर को धर दबोचा। बाकी तस्कर धुंध तथा अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। जब जवानों ने इलाके की सघन तलाशी ली तो तीन बैग से आठ पिंजरे बरामद हुए जिसके अंदर से कुल 140 हरे तोते पाए गए।

गिरफ्तार किए गए तस्कर की पहचान हसीबुर सरदार (18), गांव - नित्यानंद काठी, पोस्ट - हाकिमपुर, थाना - स्वरूपनगर, जिला- उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है।पूछताछ में तस्कर ने बीएसएफ को बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से तस्कर वाहक का कार्य करता है। ये सभी तोते उसे अपने ही गांव के रहने वाले सुमन सरदार से मिला था। जिसे बीएसएफ ड्यूटी लाइन पार कर ताराली गांव में मामूल दाफादार को सौंपना था, जिसके लिए उसे 1000 रुपये मिलने थे। इधर, तस्करों के चंगुल से बचाए गए सभी तोतों और गिरफ्तार तस्कर को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंप दिया गया है।

बीएसएफ अधिकारी ने जवानों की थपथपाई पीठ

इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया ने 112वीं वाहिनी के जवानों की इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए उनकी पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि उनके जवानों की नजरों से कुछ भी नहीं छिप सकता। 


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