भारत में प्रवेश करते युवती समेत चार बांग्लादेशी गिरफ्तार, काम दिलाने के बहाने युवती को बेचने की थी साजिश
बीएसएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक 19 अगस्त को 08वीं वाहिनी की सीमा चौकी छोटीपुर के खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर एक विशेष अभियान चलाकर जवानों ने युवती समेत चारों बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय सीमा में प्रवेश करते समय गिरफ्तार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से एक बांग्लादेशी युवती सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 19 अगस्त को 08वीं वाहिनी की सीमा चौकी छोटीपुर के खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर एक विशेष अभियान चलाकर जवानों ने युवती समेत चारों बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय सीमा में प्रवेश करते समय गिरफ्तार किया। बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, पूछताछ में बांग्लादेश के यशोर जिले की रहने वाली 19 वर्षीय सरीन खातून (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है।
फरवरी 2019 में उसकी शादी हुई लेकिन उसके पति ने उसे धोखा दिया जिस कारण उनका तलाक हो गया। आगे उसने बताया कि उसके पिता बीमार हैं और घर की हालत बहुत खराब है। इस दौरान उनके गांव का यासीन नाम का व्यक्ति (जो की पहले से ही भारत में रहता है) ने उसे भारत में बाई का काम दिलाने की पेशकश की और यासीन ने उनके परिवार वालों से कहा था कि जब आपकी लड़की कमाने लग जाए तब आप मुझे पैसे (दलाली की रकम) दे देना। आगे उसने कहा कि उसे यासीन और उसके द्वारा दिलाये जाने वाले काम के बारे में कोई जानकारी नहीं है और ना ही यह जानकारी है कि वह उसे भारत में कहां काम दिलाएगा।
बीएसएफ को देखते ही मानव तस्करी का सौदागर हुआ फरार
यूवती ने खुलासा किया कि यासीन भी उसके साथ भारत आ रहा था लेकिन बीएसएफ को देखकर वह वापस भाग गया। बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, युवती द्वारा बताए गई बातों को सुनने के बाद इस बात से बिलकुल भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि मानव तस्करी का सौदागर यासीन उसे देह व्यापार के दलदल में धकेलने वाला था। यानी अक्सर यह देखा जाता है कि बांग्लादेश की गरीब व भोली- भाली लड़कियों को काम दिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर मानव तस्कर के दलाल अवैध तरीके से सीमा पार कराकर यहां लाते हैं और फिर देह व्यापार जैसे कामों में उसे बेच देते हैं।
तीनों बांग्लादेशी युवकों ने किया दावा, काम के सिलसिले में आ रहा था भारत
वहीं, पकड़े गए तीन अन्य बांग्लादेशी युवकों की पहचान शेख बाबू (34), सजोल कुमार (23) व मिलन शेख (20) के रूप में हुई है। इनमें शेख बाबू व मिलन शेख बांग्लादेश के नरेल जिले जबकि सजोल कुमार गोपालगंज जिले का रहने वाला है। तीनों बांग्लादेशी युवकों ने पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे सभी जीवन यापन के लिए काम के सिलसिले में पैसे कमाने भारत आ रहे थे। सभी ने मुख्तार नाम के बंग्लादेशी दलाल को सीमा पार कराने के लिए चार से पांच हजार रुपये प्रति व्यक्ति भी दिए थे जो की बेनापोल, बांग्लादेश का रहने वाला है।गिरफ्तार किए गए सभी व्यक्तियों को आगे की कार्यवाही हेतु पुलिस थाना हंसखली को सौंप दिया गया है।
घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ उठा रही कड़े कदम
इधर, 08वी वाहिनी के कामंडिंग ऑफिसर संजय सिंह ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। इसके चलते घुसपैठिए और दलाल लगातार पकड़े जा रहे है। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा की हम किसी भी हाल में अपने इलाके में इस प्रकार के अपराध नहीं होने देंगे।