बीएसएफ ने सीमा पर तस्करी को नाकाम कर 15 किलोग्राम चांदी के साथ एक तस्कर को दबोचा
बताया गया कि चांदी के साथ तस्कर को उस वक्त पकड़ा गया जब 25 फरवरी की देर रात सीमा चौकी हाकिमपुर 112वीं बटालियन के इलाके से इसकी बांग्लादेश में तस्करी की जा रही थी। जब्त चांदी का बाजार मूल्य करीब 683089 रुपये है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए 15 किलोग्राम चांदी के आभूषणों के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है।
बीएसएफ द्वारा जारी बयान में बताया गया कि चांदी के साथ तस्कर को उस वक्त पकड़ा गया जब 25 फरवरी की देर रात सीमा चौकी हाकिमपुर, 112वीं बटालियन के इलाके से इसकी बांग्लादेश में तस्करी की जा रही थी। जब्त चांदी का बाजार मूल्य करीब 6,83,089 रुपये है। बयान के मुताबिक, एक खुफिया सूचना के आधार पर सीमा चौकी हाकिमपुर, 112 बटालियन, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने भारत -बांग्लादेश बॉर्डर रोड पर एक स्कूटी को रोका। इसे माहिद सरदार चला रहा था जो गांव स्वरूपदा से हाकिमपुर गांव की तरफ जा रहा था।
बीएसएफ जवानों ने स्कूटी की तलाशी ली तो उसमें एक गुप्त जगह पर छिपाकर रखे गए 12 पैकेट बरामद किया गया, जिनमें से चांदी के आभूषण मिले। चांदी का कुल वजन 15.050 किलोग्राम पाया गया। वहीं, पकड़े गए तस्कर माहिद सरदार (35) उत्तर 24 परगना जिले के स्वरूपनगर थाना अंतर्गत हाकिमपुर गांव का ही रहने वाला है। पूछताछ में पकड़े गए शख्स ने बताया कि वह भारतीय नागरिक और चांदी की तस्करी वह साल 2002 से ही कर रहा है। उसने आगे बताया उसने पास के गांव भिठारी के रहने वाले बाबू घोष से यह चांदी ली थी जिसे आशादुल दलाल, गांव-दक्षिण भडि़ली, थाना कुलरुआ, जिला- सतखीरा, बांग्लादेश को देना था। इसके लिए उसे 7,500 रुपये मिलने थे, वह पकड़ा गया। बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए पकड़े गए तस्कर को जब्त चांदी के साथ तेंतुलिया कस्टम कार्यालय के हवाले कर दिया है।
बीएसएफ कमांडेंट ने थपथपाई जवानों की पीठ
इधर, 112वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर प्रदीप वर्मा ने अपने जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप 15 किलोग्राम चांदी के आभूषणों के साथ एक तस्कर को पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि यह केवल उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर प्रदर्शित की गई सतर्कता के कारण ही संभव हो सकता है।