अंतराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर बीएसएफ ने जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए नशे से दूर रहने को किया प्रेरित
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय कोलकाता के अंतर्गत आने वाली बीएसएफ की सभी वाहिनियों ने अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के मौके पर वाहिनी मुख्यालयों और सभी सीमा चौकियों में नशीले पदार्थों के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ विशेष जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) सदैव ही सीमा पार होने वाली विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थो की तस्करी को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही अपने जवानों और सीमा वासियों को भी समय- समय पर नशीले पदार्थों का सेवन न करने के बारे में जागरूक करना अपने कर्तव्यों की श्रेणी में उच्च स्तर पर रखती है। इसी कड़ी में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय, कोलकाता के अंतर्गत आने वाली बीएसएफ की सभी वाहिनियों ने अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के मौके पर वाहिनी मुख्यालयों और सभी सीमा चौकियों में नशीले पदार्थों के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ विशेष जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया।
बल की ओर से इस मौके पर नशा मुक्ति के खिलाफ पोस्टर और बैनर के साथ विभिन्न स्थानों पर जागरूकता रैली निकाली गई। साथ ही सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को नशा की लत से होने वाले सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक हानियों और दूरगामी परिणामों के बारे भाषणों के द्वारा अवगत कराया गया। बीएसएफ अधिकारियों ने इस दौरान अपने जवानों और आम नागरिकों को नशे की लत से दूर रहने एवं नशे को छोड़ने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा सीमा वासियों को सीमा पार होने वाले नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने में सीमा सुरक्षा बल को सहयोग के लिए भी प्रेरित किया।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से एक बयान में बताया गया कि बीएसएफ पने जवानों और अपने इलाके में तैनाती स्थान के आसपास रहने वाले लोगों को हमेशा नशे के कारण होने वाले सभी प्रकार के नुकसानों के संबंध ने जागरूक करती रहती हैं। आज भी कोरोना के चलते सभी आवश्यक सावधानियों के मद्देनजर नशीले पदार्थों के सेवन और अवैध तस्करी के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इसी के साथ-साथ सीमांत मुख्यालय ने यह भी भरोसा दिलाया कि बीएसएफ हमेशा इस प्रकार की गतिविधियों में अग्रणी रहा है और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।