बीएसएफ ने अवैध रूप से सीमा पार करते पकड़ी गई बांग्लादेशी महिला समेत दो बच्चों को बीजीबी को सौपा
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि बांग्लादेशी महिला को दो बच्चों के साथ 18 फरवरी को कृष्णनगर सेक्टर अंतर्गत सीमा चौकी झोरपारा क्षेत्र से आठवीं वाहिनी सतर्क जवानों ने उस वक्त पकड़ा जब वे अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार करने की कोशिश कर रही थी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बंगाल के नदिया जिले से अवैध रूप से सीमा पार करते पकड़ी गई बांग्लादेशी महिला समेत दो बच्चों को सद्भावना स्वरूप वापस बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को लौटा दिया है। बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि बांग्लादेशी महिला को दो बच्चों के साथ 18 फरवरी को कृष्णनगर सेक्टर अंतर्गत सीमा चौकी झोरपारा क्षेत्र से आठवीं वाहिनी सतर्क जवानों ने उस वक्त पकड़ा जब वे अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार करने की कोशिश कर रही थी।
पूछताछ में महिला ने अपना नाम रजिया खातून (26), पति - हिलाल हुसैन, ग्राम - पोल्यानपुर, थाना - महेशपुर, जिला- झेनैदाह, बांग्लादेश बताया। वहीं, उसके दोनों बच्चों की उम्र क्रमशः पांच साल व 11 महीने है। महिला ने पूछताछ में आगे खुलासा किया कि वह भारतीय नागरिक थी और नौ साल पहले उसकी शादी बांग्लादेश के हिलाल हुसैन के साथ हुई थी, जो कोलकाता के राजरहाट में एक कपड़ा मिल में काम करता था। इसके बाद वे दोनों बांग्लादेश में बस गए। आज वह अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए भारत आ रही थी। उनके पति अंतरराष्ट्रीय सीमा तक उसके साथ आए और उन्हें भारतीय दलाल को सौंपने के बाद वह वापस बांग्लादेश चले गए।महिला ने अंतराष्ट्रीय सीमा पर कराने के लिए अज्ञात भारतीय दलाल को 6000 रुपये दिए थे।
चूंकि वे अवैध प्रवासी थे और उन्होंने अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार करके भारत आने का फैसला किया। हालांकि, रास्ते में उन्हें सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार महिला या बच्चे कोई भी राष्ट्र -विरोधी तत्व या तस्कर नहीं थे। इसलिए, मानवीय आधार और सद्भावना के रूप में सीमा सुरक्षा बल ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से संपर्क किया। उसी दिन शाम में सीमा चौकी झोरपारा, सीमा सुरक्षा बल के पोस्ट कमांडर ने बीजीबी पोस्ट बागडंगा के पोस्ट कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की और बांग्लादेशी महिला और उसके बच्चों को उचित कागजी कार्यवाही करने उपरांत बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को सौंप दिया। गौरतलब है कि बीएसएफ भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध क्रॉसिंग को शून्य करने के लिए मजबूत कदम उठा रही है। अपराध की गंभीरता पर विचार करने के बाद आशंकित व्यक्तियों को बीएसएफ द्वारा सद्भावना के रूप में बांग्लादेश को सौंप दिया जाता है।