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West Bengal : बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी युवतियों को मानव तस्करों से मुक्त कराया

बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी युवतियों को मानव तस्करों से मुक्त कराया ब्यूटी पार्लर में काम का झांसा देकर अवैध रूप से दोनों को भेजा गया था भारत

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 09:36 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 12:22 PM (IST)
West Bengal : बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी युवतियों को मानव तस्करों से मुक्त कराया
West Bengal : बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी युवतियों को मानव तस्करों से मुक्त कराया

 कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से भारत में तस्करी कर लाई गई दो बांग्लादेशी युवतियों को बचाया है।

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अधिकारियों ने बताया कि दोनों को राणाघाट सीमा चौकी इलाके से मंगलवार देर रात मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया जब उन्हें अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत लाया गया था। पकड़ी गई महिलाएं में एक ने अपनी उम्र 24 वर्ष बताई है तथा विधवा है एवं दूसरी की उम्र 19 वर्ष है। दोनों क्रमशः बांग्लादेश के कोमिला एवं नरसिंग्डी जिले की रहने वाली है। पूछ-ताछ में पता चला है कि दोनों को ब्यूटी पार्लर में काम का आश्वासन देकर भेजा गया था।

अधिकारियों के अनुसार, मानव तस्करी से संबंधित खुफिया सूचना मिलने पर मंगलवार रात को राणाघाट सीमा चौकी इलाके में बीएसएफ जवानों ने विशेष तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान रात करीब 9 बजे जवानों ने एक मोटरसाइकिल पर आ रहे तीन लोगों की संदिग्ध हरकत को देखा। जवानों द्वारा उन्हें रुकने के लिए कहा गया तो मोटरसाइकिल सवार गाड़ी को वहीं छोड़ भागने लगा। पीछा करने पर जवानों ने 2 महिलाओं को पकड़ लिया जबकि मोटरसाइकिल सवार अंधेरे तथा झाड़ियों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।

पूछ-ताछ में पकड़ी गई युवतियों ने खुलासा किया कि दोनों ने गरीबी के कारण भारत में रोजगार के लिये आने की योजना बनाई। उनको उनके नजदीकी रिश्तेदार सोमवार शाम को बांग्लादेश में एक अज्ञात दलाल जो कि बार्डर के पास रहता है, के घर लेकर आए। उस दलाल ने भारत में रहने वाले एक दलाल जिसका नाम मोहम्मद रहमान दफादार है, उससे टेलीफोन पर बात की।

भारतीय दलाल ने यह बताया कि दोनों युवतियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा क्रॉस करवा दो, वहां पर मोटरसाइकिल पर एक लड़का मौजूद रहेगा जो कि दोनों को बनगांव ले जाएगा। दोनों युवतियों ने बताया कि सीमा पार कराने के बाद उन्हें अज्ञात भारतीय दलाल के पास बनगांव ले जाया जा रहा था और वहां पर उनको ब्यूटी पार्लर में काम करने का आश्वासन दिया गया था।

ब्यूटी पार्लर में नौकरी का झांसा देकर कराया जाता है देह व्यापार

बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर मानव तस्करी के मामलों में अक्सर यह देखा गया है कि भोली- भाली, अनपढ़ व गरीब लड़कियों को मानव तस्करी में लिप्त दलाल ब्यूटी पार्लर में नौकरी देने का झांसा देकर अक्सर देह व्यापार में झोंक देते हैं। लेकिन, सीमा सुरक्षा बल के मुस्तैद जवानों द्वारा ड्यूटी में दिखाई गई तत्परता के कारण दोनो बांग्लादेशी युवतियों को इस दलदल में फंसने से पहले ही मुक्त करा लिया गया। बीएसएफ में आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए दोनों बांग्लादेशी युवतियों सहित जब्त बाइक को स्थानीय बागदा थाने को सौंप दिया।

नए आइजी के कार्यभार संभालने के बाद मानव तस्करी रोकने को उठाए गए विशेष कदम

अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, कोलकाता के नए महानिरीक्षक (आइजी) के रूप में अश्वनी कुमार सिंह ने जब से कार्यभार संभाला है, उन्होंने मानव तस्करी को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। उसी का यह नतीजा है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मानव तस्करी के कई मामले पकड़े जा रहे हैं। पिछले एक महीने में यह मानव तस्करी का छटा मामला पकड़ा गया है।इसके साथ ही दक्षिण बंगाल बॉर्डर इलाके में शून्य तस्करी का अभियान चलाया जा रहा है जिससे भारत-बांग्लादेश सीमा पर सक्रिय ट्रांसबॉर्डर अपराधियों के मंसूबों को लगातार विफल किया जा रहा है। 


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