Move to Jagran APP

बीएसएफ ने ट्रक में छिपाकर बांग्लादेश ले जाए जा रहे दवाइयों की बड़ी खेप के साथ दो तस्करों को पकड़ा

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत बीएसएफ के जवानों ने तस्करी को नाकाम कर सीमावर्ती उत्तर 24 परगना जिले के रास्ते ट्रक में छिपाकर बांग्लादेश ले जाए जा रहे दवाईयों की बड़ी खेप जब्त किया है। इस सिलसिले में दो संदिग्ध तस्करों (ट्रक चालक व सहायक) को भी गिरफ्तार किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 08:11 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 08:11 PM (IST)
बीएसएफ ने ट्रक में छिपाकर बांग्लादेश ले जाए जा रहे दवाइयों की बड़ी खेप के साथ दो तस्करों को पकड़ा
ट्रक व दवाईयों सहित तस्करों को कस्टम विभाग के हवाले किया

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने तस्करी को नाकाम कर सीमावर्ती उत्तर 24 परगना जिले के रास्ते ट्रक में छिपाकर बांग्लादेश ले जाए जा रहे दवाईयों की बड़ी खेप जब्त किया है। इस सिलसिले में दो संदिग्ध तस्करों (ट्रक चालक व सहायक) को भी गिरफ्तार किया है।

loksabha election banner

बीएसएफ द्वारा बुधवार को जारी बयान में बताया गया कि जब्त की गई वस्तुओं की कीमत 16,21,245 रुपये है। इन दवाइयों को आइसीपी घोजाडांगा के रास्ते 153वीं वाहिनी, सीमा सुरक्षा बल, जिला उत्तर 24 परगना क्षेत्र से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। बयान के मुताबिक, 13 अप्रैल, मंगलवार को एक खुफिया जानकारी के आधार पर सीमा चौकी घोजाडांगा, 153 वाहिनी, क्षेत्रीय मुख्यालय कोलकाता के जवानों ने एक विशेष तलाशी अभियान चलाया।  कंपनी कमांडर त्वरित प्रतिक्रिया दल तथा कस्टम विभाग की एक संयुक्त टीम के साथ संदिग्ध स्थान पर पहुंचे और आयात की वस्तुएं छोड़कर वापस बांग्लादेश जा रहे खाली ट्रकों की तलाशी की।

इस दौरान सॄचग पार्टी ने एक संदिग्ध ट्रक की तलाशी के दौरान केबिन के अंदर छिपाकर रखी गई दवाइयों की खेप को बरामद किया, जिसे उचित दस्तावेज के बिना अवैध तरीके से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। जवानों ने तुरंत ट्रक चालक व सहायक को हिरासत में लेते हुए ट्रक सहित सभी दवाइयों को जब्त कर लिया। पकड़े गए ड्राइवर और सहायक की पहचान अशराफुल आलम (28) व रफिकुल इस्लाम (55) के रूप में हुई। इनमें अशराफुल बांग्लादेश के मीमान सिंह जिला जबकि रफिकुल खुलना जिले का रहने वाला है।

पूछताछ में ट्रक ड्राइवर और सहायक ने खुलासा किया कि वे दोनों बांग्लादेशी नागरिक हैं तथा एजे मजूमदार ट्रांसपोर्ट कंपनी में 10 वर्षों से काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वे भारत में 12 अप्रैल को रिफाईन तेल का निर्यात करने के लिए भारतीय क्षेत्र में ट्रक लेकर वैध तरीके से आए थे और उनका ट्रक खाली होने के बाद रात को भारतीय पाॄकग क्षेत्र में रुके थे तथा व्यावसायिक उद्देश्य के लिए गौतम मेडिकल स्टोर, इटिंडा (स्थानीय बाजार) से इन दवाइयों को खरीदा था। जब वे ट्रक लेकर वापस बांग्लादेश लौट रहे थे तब बीएसएफ ने आइसीपी घोजाडांगा में गाड़ी की तलाशी के दौरान दवाईयों के पकड़ लिया। 

ट्रक व दवाईयों सहित तस्करों को कस्टम विभाग के हवाले किया 

बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए जब्त ट्रकों और दवाईयों के साथ पकड़े गए तस्करों को स्थानीय कस्टम कार्यालय घोजाडांगा के हवाले कर दिया है। इधर, बीएसएफ की 153वीं वाहिनी के   कमांडिंग ऑफिसर जवाहर सिंह नेगी ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की है, जिसके परिणामस्वरूप ट्रक सहित दवाइयों के साथ दो तस्करों को पकड़ा। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.