सीमा पर बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी तस्कर भाइयों को फेंसेडिल की तस्करी करते रंगे हाथों दबोचा
सीमा सुरक्षा बल भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है जिसके चलते तस्कर लगातार पकड़े जा रहे है। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि हम अपने इलाके से किसी भी प्रकार की तस्करी नहीं होने देंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 68वीं वाहिनी के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करों के नापाक इरादों को ध्वस्त करते हुए दो तस्कर भाइयों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों बांग्लादेश का रहने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों को सोमवार देर रात सीमा चौकी मामाभगिना इलाके से उस समय दबोचा गया जब वे बीएसएफ को चकमा देकर रात के अंधेरे में प्रतिबंधित फेंसेडिल कफ सिरप की बोतलों को सीमा पार कराकर बांग्लादेश ले जाने की फिराक में थे।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ की ओर से बयान में बताया गया कि तस्करों के पास से 75 बोतल फेंसेडिल कफ सिरप बरामद हुई। बता दें कि बांग्लादेश में शराब प्रतिबंधित होने की वजह से फेंसेडिल कफ सिरप का वहां लोग नशे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और तस्कर भारत से इसकी तस्करी कर वहां काफी ऊंचे दामों पर बेचते हैं। तस्करों की पहचान इलयास हुसैन (35) व साथ में उसका भाई मोहम्मद मेंहदी हुसैन (20) के रूप में हुई है। दोनों बांग्लादेश के जेसोर जिले का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं, और तस्करी का काम करते हैं। वे किसी तरह से भारतीय सीमा में दाखिल होकर यहां एक तस्कर से फेंसेडिल की बोतलें लेकर बांग्लादेश जा रहे थे, तभी बीएसएफ ने पकड़ लिया।
गिरफ्तार किए गए तस्कर भाइयों और जब्त सामानों को बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन बगदाह को सौंप दिया है। इधर, इस सफलता पर 68वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडिंग आफिसर प्रणव प्रभाकर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है जिसके चलते तस्कर लगातार पकड़े जा रहे है। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि हम अपने इलाके से किसी भी प्रकार की तस्करी नहीं होने देंगे।