बाइक के एयर फिल्टर में छिपाकर रखे चांदी के आभूषण के साथ बीएसएफ ने तस्कर को रंगे हाथों पकड़ा
भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए 3.684 किलोग्राम चांदी के आभूषणों के साथ एक तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जब्त चांदी की अनुमानित कीमत लगभग 195916 रुपये है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए 3.684 किलोग्राम चांदी के आभूषणों के साथ एक तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जब्त चांदी की अनुमानित कीमत लगभग 1,95,916 रुपये है। इसे हाकिमपुर सीमा चौकी इलाके से होकर बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि 7 अगस्त को एक ख़ुफ़िया सूचना पर कार्यवाही करते हुए बीओपी हाकिमपुर में तैनात 112वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने हाकिमपुर चेक पोस्ट के पास सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान जवानों ने एक संदिग्ध लाल रंग की डिस्कवर बाइक आते देखा जो कि ग्राम स्वारूपदा से हाकिमपुर की ओर जा रहा था। जिसकी खबर पहले ही बीएसएफ पार्टी को मिल चुकी थी। जब बाइक को तलाशी के उद्देश्य से रोका गया और अंदरूनी हिस्से की जांच की गई तो इसके एयर फिल्टर में छिपाकर रखे गए 3.684 किलोग्राम चांदी के आभूषण बरामद किए गए। इसके बाद तत्काल बाइक चालक सलीम मंडल (26) को बीएसएफ ने गिरफ्तार कर लिया। वह हाकिमपुर गांव का ही रहने वाला है।
पूछताछ के दौरान पकड़े गए सख्स ने खुलासा किया कि वह केवल कैरीयर (तस्करी के सामानों को एक से दूसरे जगह पहुंचाने) का कार्य करता है। उसने कहा कि सुबह में ही इन आभूषणों को वह मसलन्दपुर रेलवे स्टेशन के पास एक अपरिचित व्यक्ति से पाया था तथा इसे अकबर मोल्ला नाम के एक बांग्लादेशी व्यक्ति गांव-भडली, पीएस- कालरोआ, जिला- सतखिरा को पहुचाना था। जिसके लिए उसे 600 रुपये (200 रु प्रति किलोग्राम) अकबर मोल्ला से प्राप्त होते। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जब किए गए आभूषणों के साथ तस्कर को कस्टम कार्यालय तेनतुलिया को सौंप दिया है।
इधर, 112वीं वाहिनी के कार्यवाहक समादेष्टा चंद्र शेखर ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई और कहा की चांदी के आभूषणों के साथ तस्कर की गिरफ्तारी जांच एजेंसियों के लिए काफी मददगार साबित होगी l उन्होंने बताया कि सीमावर्ती इलाके में तस्करों के ऊपर नकेल कसी जा रही है। सभी जवान शून्य तस्करी अभियान के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं और दिन-रात मुस्तैद रहकर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।