बांस के अंदर फेंसिडिल की बोतलें छिपाकर तस्करी की कोशिश, बीएसएफ ने तस्कर को दबोचा
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के 112वीं बटालियन के जवानों ने अब उत्तर 24 परगना जिले के तराली सीमा चौकी इलाके से तस्करों की एक नई चाल का भंडाफोड़ किया है
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को चकमा देने के लिए तस्कर नया से नया तरीका अपना रहे हैं। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के 112वीं बटालियन के जवानों ने अब उत्तर 24 परगना जिले के तराली सीमा चौकी इलाके से तस्करों की एक नई चाल का भंडाफोड़ किया है जब बांस के अंदर फेंसिडिल की बोतलें छिपाकर तस्करी की कोशिश की जा रही थी। बीएसएफ जवानों ने बांस के अंदर खोखला बनाकर उसमें छिपाकर रखे 285 फेंसिडिल की बोतलों के साथ तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है। तस्कर का नाम कृष्णपरा रॉय है। वह उत्तर 24 परगना जिले के स्वरूप नगर थाना अंतर्गत नित्यानंद काठी गांव का रहने वाला है।
अधिकारियों ने बताया कि सीमा चौकी तराली की सीमा पर तैनात जवानों ने रविवार दोपहर में तस्कर को उस वक्त रोका जब वह मोटर चालित वैन से अपने घर पर बंबू (बांस) लेकर जा रहा था।जवान को शक हुआ कि बारिश में बंबू घर ले जाना तथा सारे बंबू की लंबाई लगभग 7 फीट का होना अजीब हैं।जवान ने बंबू के अंदर नुकीला सरिया घुसाया तो सच्चाई सामने आई। तस्कर ने फेंसिडिल की बोतलो को बंबू के अंदर खोखला बना कर रखा हुआ था। पूरी तरह से तलाशी लेने पर बंबू से 285 फेंसिडिल बरामद किया गया।
वहीं, 112वीं बटालियन के कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर चंद्रशेखर ने बताया कि तस्कर हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन बटालियन के जवानों की चौकस निगाहों के आगे उनकी हर चाल नाकामयाब साबित हो रही है। उन्होंने इस सफलता के लिए जवानों की पीठ थपथपाई। गौरतलब है कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों की सजगता के चलते तस्करों की एक भी चाल कामयाब नहीं हो रही है। तस्करी के खिलाफ फ्रंटियर के जवानों द्वारा बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।