BSF ने जबरन तस्करी को नाकाम कर मुर्शिदाबाद में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर छह मवेशी तस्करों को गिरफ्तार किया
भारत- बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास जबरन तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए मवेशी तस्करी गिरोह के छह सदस्यों को रंगे हाथों पकड़ा गया है। फायर की आवाज सुनकर तस्कर भागने की कोशिश करने लगे लेकिन जवानों ने तस्करों को धर दबोचा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत- बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास जबरन तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए मवेशी तस्करी गिरोह के छह सदस्यों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। मौके से 10 मवेशियों को भी जब्त किया गया है। बीएसएफ द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया गया कि मुर्शिदाबाद जिले में बीएसएफ की सीमा चौकी सागरपारा इलाके से तस्करों के समूह द्वारा बड़ी संख्या में मवेशियों को जबरन अंतररराष्ट्रीय सीमा को पार कराकर बांग्लादेश में तस्करी का प्रयास किया जा रहा था, जिसे 141वीं बटालियन के सतर्क जवानों ने विफल कर दिया।
बयान के मुताबिक, 22 जनवरी को भारी मात्रा में मवेशियों की तस्करी की विश्वस्त सूचना के आधार पर कंपनी कमांडर शैलेंद्र कुमार, सहायक कमांडेंट, सीमा चौकी सागरपारा, 141वीं बटालियन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए पद्मा नदी के पास संदिग्ध जगहों पर एक विशेष अभियान चलाया, जहां पर तस्करों की गतिविधियों को देखा गया था। सुबह लगभग 5:30 बजे बीएसएफ जवानों ने 30- 40 तस्करों की हरकतों को देखा। कंपनी कमांडर के निर्देश पर जवान पद्मा नदी के पास चारों तरफ मोर्चा संभाल लिया। इसी दौरान छह- सात तस्करों ने इकठ्ठा होकर जबरन तस्करी करने का प्रयास किया। जवानों ने तस्करों को चुनौती दी।
इसके बाद तस्करों ने आक्रामक होकर तेज धार वाले हथियार (दाह) से जवानों पर हमला करने लगे। खतरे का आकलन करते हुए जवानों ने आत्मरक्षा में उन्हें तितर-बितर करने के लिए सुरक्षित दिशा में पांच राउंड इंसास रायफल से फायर किया। फायर की आवाज सुनकर तस्कर भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन जवानों ने बहादुरी का परिचय देते हुए छह मवेशी तस्करों को धर दबोचा तथा बाकी तस्कर खराब मौसम तथा धुंध का फायदा उठाकर भाग निकले। वहीं, इलाके की अच्छी से तलाशी लेने पर वहां से 10 मवेशियों तथा 200 बांग्लादेशी टका बरामद हुआ। इस ऑपरेशन में किसी को किसी भी प्रकार की चोट नहीं लगी।
पांच तस्कर मुर्शिदाबाद जिले और एक मालदा जिले का है रहने वाला
पकडे गए तस्करों के नाम मिलन शेख (28), कौसर शेख (25), शांतनु खलीफा (35), बिद्युत मंडल (20), मुजीबुर रहमान (53) व पलटू मंडल (32) है। बीएसएफ के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि इनमें से पांच तस्कर सीमावर्ती मुर्शिदाबाद जिले जबकि एक तस्कर कौसर शेख मालदा जिले का रहने वाला है। बीएसएफ ने गिरफ्तार सभी तस्करों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन सागरपारा, जिला- मुर्शिदाबाद को सौंप दिया है।
कोहरे का फायदा उठाकर मवेशियों की तस्करी की हो रही कोशिश
इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि इस समय सर्दी के मौसम में अत्याधिक कोहरा होने की वजह से तस्कर इसका फायदा उठाकर मवेशियों की बांग्लादेश में तस्करी करने की लगातार कोशिश कर रहे है। भारत से मवेशियों को ले जाने के बाद बांग्लादेश बाजार में बेच देते हैं, जहां उन्हें इन मवेशियों की अच्छी खासी कीमत मिलती हैं। परंतु बीएसएफ के जवान आईजी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के निर्देश पर चलाए जा रहे 'शून्य तस्करी' के सिद्धांत पर दृढ़ संकल्पित हैं तथा किसी भी विषम परिस्थिति में तस्करी को रोकने में सक्षम हैं। इसी का परिणाम है कि तस्करों के मंसूबे लगातार विफल हो रहे है। वहीं, 141वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर एनएस रौतेला ने अपने जवानों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप 10 मवेशियों के साथ छह तस्करों को पकड़ने में सफलता मिली है।उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।