बीएसएफ ने अवैध रुप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते सात बांग्लादेशी व दो भारतीय नागरिकों को किया गिरफ्तार
बीएसएफ की बड़ी सफलता सीमावर्ती नदिया जिले के रास्ते बांग्लादेश जाने की कर रहे थे कोशिश। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में दो पुरुष तीन महिलाएं व दो बच्चे शामिल। दो साल पहले बांग्लादेशी से आई सलमा कोलकाता के सोनागाछी में करती थीं काम।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के नदिया जिले से अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश करते सात बांग्लादेशी नागरिकों के साथ दो भारतीय नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में दो पुरुष, तीन महिलाएं व दो बच्चे शामिल हैं। वहीं, भारतीय में एक महिला व बच्ची हैं। इन सभी को नदिया जिले में बीएसएफ की सीमा चौकी झोरपाड़ा इलाके से आठवीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने पकड़ा जब ये लोग गैर कानूनी तरीके से सीमा लांघकर उस पार जाने की कोशिश कर रहे थे।
बीएसएफ द्वारा जारी बयान के अनुसार, दो मार्च को बीएसएफ की खुफिया ब्रांच को सीमा चौकी झोरपाड़ा इलाके से 10 से 12 व्यक्तियों के अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की योजना के बारे में सूचना प्राप्त हुई। इसके आधार पर इस इलाके में एक विशेष घात लगाया गया। सुबह करीब पांच बजे घात लगाए जवानों ने भारत की ओर से 10 से 12 संदिग्ध व्यक्तियों के आने की हरकत देखी। जैसे ही संदिग्ध व्यक्ति घात लगाए जवानों के निकट पहुंचे तो जवानों ने उन्हे रुकने को कहा जिस पर उन्होंने वहां से भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन सर्तक जवानों ने उन्हें चारो ओर से घेर लिया तथा नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दो से तीन व्यक्ति अंधेरे व केला बागान का फायदा उठाकर भाग निकले।
दो साल पहले बांग्लादेशी से आई सलमा कोलकाता के सोनागाछी में करती थीं काम
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, पूछताछ में बांग्लादेशी नागरिकों ने अलग-अलग खुलासा किया। इनमें सलमा (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह बांग्लादेश की रहने वाली है। दो साल पहले बांग्लादेशी की रहने वाली सपना नाम की महिला के साथ वह भारत आई थी और कोलकाता में मशहूर रेड लाइट एरिया सोनागाछी में काम करने लगी। चार महीने बाद वह सियालदाह स्टेशन के पास संजय दास के घर में नौकरानी का काम करने लगी। वहीं, अब वह वापस अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए बांग्लादेश जा रही थी। सीमा पार कराने के लिए उसने एक अनजान भारतीय दलाल को आठ हजार रुपये दिए थे।
मुबंई में ₹20,000 में बेच दी गई थी सबाना
वहीं, सबाना अख्तर (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह भी बांग्लादेशी नागरिक है तथा नवंबर, 2018 में अनजान इलाके से गैर कानूनी तरीके से बांग्लादेशी नागरिक के साथ भारत आई थी। उस बांग्लादेशी नागरिक ने उसे मुबंई में किसी अनजान औरत को 20 हजार रुपये में बेच दिया। आगे उसने बताया कि फिर वहां से उसे कोलकाता के सोनागाछी इलाके में भेज दिया गया। यहां पर एक साल बाद उसने भोलू सिंह नाम के भारतीय नागरिक के साथ शादी कर ली और काम छोड़ दिया तथा भोलू सिंह (काल्पनिक नाम) के साथ कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में रहने लगी। पिछले वर्ष उसने अपने भाई को भी भारत बुला लिया और वे कोस्मेटिक की दुकान पर काम करने लगे। आज वो लोग बांग्लादेश जा रहे थे। उन्होने एक अनजान भारतीय दलाल को सीमा पार कराने के लिए 16 हजार रुपये दिए थे।
14 साल पहले भारत आई थी रुबि
इसी तरह एक अन्य महिला रुबि (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह 14 साल पहले भारत आई थी और उसने बांग्लादेशी नागरिक बाबू शेख (काल्पनिक नाम) से शादी की तथा अपने पति के साथ कचरा बीनने का काम करती थी। वह अपने बच्चों के साथ भारत के अनजान दलाल की मदद से बांग्लादेश जाना चाहती थी, इसके लिए उसने प्रति व्यक्ति चार हजार रुपये दिए थे। वहीं, एक अन्य महिला नजिरा (काल्पनिक नाम) ने बताया की वह फरवरी 2020 में अपनी बहन से मिलने के लिए भारत आई थी और उसकी बहन 2018 में ही भारत आ गई थी। वह कोस्मेटिक की दुकान पर काम करने लगी और अब वह गैर कानूनी तरीके से अनजान भारतीय दलाल की मदद से बांग्लादेश जा रही थी।
बांग्लादेशी नागरिक सुशांत ने सीमा पार कराने के लिए दलाल को दिए थे 12,000 रुपये
वहीं, एक और बांग्लादेशी नागरिक सुशांत सन्यासी ने बताया कि वह दो महीने पहले अपनी चाची से मिलने आया था जो कि बंगाल के उतर 24 परगना जिले में रहती है। अब वह वापस बांग्लादेश जा रहा था तथा उसने सीमा पार करने के लिए भारतीय दलाल को 12 हजार रुपये दिए थे। वहीं, जहाना (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह भारत की रहने वाली है तथा उसका घर पूर्व बर्धमान जिले में है। तीन साल पहले उसने बांग्लादेशी नागरिक एसके हसन (कल्पनिक नाम) के साथ शादी की थी जो कि हरियाणा में जेएलआर कंपनी में चालक का काम करता है। आज वह अपने बच्चे के साथ पति के घर बांग्लादेश जा रही थी। इसके लिए उसने अनजान भारतीय दलाल को छह हजार रुपये दिए थे। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को जब्त किए गए सामानों के साथ नदिया के धानतला थाने के हवाले कर दिया है।
बीएसएफ की सख्ती के कारण पकड़े जा रहे हैं अवैध तरीके से सीमा पार करने वाले
गौरतलब है कि बीएसएफ का दक्षिण बंगाल फ्रंटियर भारत- बांग्लादेश सीमा पर गैरकानूनी रुप से सीमा पार करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है, जिसके कारण से इस प्रकार की गतिविधियों को अनजाम देने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनमें से बहुत से लोगों को अपराध करने के जुर्म में पकड़ा जा रहा है और कानून के मुताबिक सजाएं हो रही है।