अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते तीन महिलाओं समेत पांच बांग्लादेशी नागरिकों को बीएसएफ ने किया गिरफ्तार
खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए बीएसएफ की मानव तस्कर विरोधी इकाई ने 26 मार्च को इन पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्तियों ने बताया कि वे सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं सभी गैर कानूनी रूप से भारत आए थे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा चौकी महेंद्रा, आठवीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने नदिया जिले के सीमावर्ती इलाके से पांच बंगलादेशी नागरिकों को गैर कानूनी रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश में गिरफ्तार किया है। इनमें तीन महिलाएं और दो पुरुष है। एक बयान में बताया गया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए बीएसएफ की मानव तस्कर विरोधी इकाई ने 26 मार्च, शुक्रवार को इन पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार व्यक्तियों ने बताया कि वे सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं और सभी अलग- अलग समय में गैर कानूनी रूप से भारत आए थे। अब वापस बांग्लादेश जा रहे थे। गिरफ्तार व्यक्तियों में मोहम्मद सोहेल राणा (28), जिला- तंगेल, शकोर बिस्वास, (22), जिला- मगुरा, रूप शेख (काल्पनिक नाम), जिला नरेल, तनीषा अख्तर (काल्पनिक नाम), जिला- नरसिंहद्दी व माधुरी बिस्वास, (काल्पनिक नाम) जिला-नरैल बांग्लादेश है।
बांग्लादेशी महिला को ब्यूटी पार्लर में काम का झांसा देकर देह व्यापार में धकेल दिया था
इनमें से रूप शेख (काल्पनिक नाम) ने खुलासा किया कि एक दलाल ने उसे भारत में किसी ब्यूटी पार्लर में काम देने का वादा करके सीमा पार कराके लाया और झांसा देकर एक होटल में शोषण किया और फोटो और वीडियो बनाकर बदले में अहमदाबाद में अंजान महिला के हाथों बेच दिया। वहां उसे चार महीने तक एक कमरे में रखा तथा उससे देहव्यापार का काम कराया जाता था। उसके चार बच्चे हैं जो कि बांग्लादेश में हैं। उसके एक बच्चे की तबीयत ठीक नहीं है, जिसे देखने के लिए उसे वापस भारत आने की शर्त पर बांग्लादेश जाने की अनुमति दी और उसके अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर रख लिया।
एक बांग्लादेशी महिला को 1,60,000 रुपये में मुंबई में एक सेठ को बेच दिया गया था
एक अन्य बांग्लादेशी महिला तनीषा अख्तर (काल्पनिक नाम) ने खुलासा किया कि वह एक ममता नाम की बांग्लादेशी महिला जो की मुंबई में रहती थी के द्वारा किए गए झूठे वादो में आकर छः महीने पहले भारत आई थी। उसे एक मोटू नाम के भारतीय दलाल ने उसे 1,60,000 रुपये में मुंबई में एक सेठ के हाथों बेच दिया। उस सेठ ने डरा- धमका कर देहव्यापार का काम कराया। लेकिन उसके ठीक से काम न करने पर 28,000 रुपये लेकर मुझे जाने दिया। जो रुपये उसने अपने पति से मंगवाए थे। आज ये सभी व्यक्ति भारतीय दलाल जिसका नाम सागर बिस्वास जो कि तारकनगर का रहने वाला हैं, की मदद से बांग्लादेश वापस जा रहे थे।
बीएसएफ ने पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस के हवाले किया
इधर, बीएसएफ ने गिरफ्तार किए गए पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को जब्त किए गए सामानों के साथ पुलिस थाना हंसखली में आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए सौप दिया है। गौरतलब है कि भारत - बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ और मानव तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रहा हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधो में लिप्त व्यक्तियों और दलाली को काफी मुश्किलों का अनुभव हो रहा है और उनमें से कई पकड़े जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं हो रही हैं।